कई बार हो चुकी हैं घटनाएं लेकिन नहीं दिया गया है ध्यान चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 24 नवंबर, बाढड़ा बस स्टैंड से प्रतिदिन हजरों की संख्या में यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। दिनभर बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ लगी रहती है लेकिन बस स्टैंड पर ना प्रमानेंट पुलिस की तैनाती है और ना ही यहां सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं जिसके चलते यहां आने वाले यात्रियों की सुरक्षा राम भरोसे हैं। बीते कुछ समय के दौरान कुछ घटनाएं भी सामने आ चुकी है लेकिन उससे भी सबक नहीं लिया गया है और बस स्टैंड पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामातों का अभाव बना हुआ है। बाढड़ा बस स्टैंड से लोहारू, पिलानी, चरखी दादरी, झज्जर, दिल्ली, गुरुग्राम, नूहं आदि स्थानों के लिए प्रतिदिन हजारों यात्री बस पकड़कर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। इसके अलावा प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में शिक्षण संस्थानों में जाने वाली छात्राएं भी बस स्टैंड पहुंचती हैं। लेकिन बाढड़ा बस स्टैंड पर सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार के इंतजाम देखने को नहीं मिल रहे हैं। यहां ना ही सीसीटीवी कैमरे चल रहे है और ना ही पुलिस की तैनाती की गई है। सुरक्षा इंतजामों के अभाव में बस स्टैंड पर आने वाले लोगों को जान-माल का खतरा बना रहता है। वहीं छात्राओं के साथ भी अनहोनी घटना होने का अंदेशा बना रहता है। बीते कुछ समय के दौरान यहां कुछ घटनाएं भी सामने आई है लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया है और प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। करीब दो माह पहले मांगी गई थी सुरक्षा: अक्टूबर माह की शुरूआत में तत्कालीन बस स्टैंड प्रभारी ने बाढड़ा थाना पुलिस को शिकायत देकर अवगत करवाया था कि दोपहर के समय शिक्षण संस्थानों की छुट्टी होने पर छात्राओं के पीछे कुछ लड़के बाइक, गाड़ी लेकर बस स्टैंड परिसर में पहुंच जाते है जिससे अनहोनी का अंदेशा बना रहता है। उन्होंने बस स्टैंड परिसर में पुलिस तैनाती की मांग की थी। जिसके कारीब एक सप्ताह तक पुलिस कर्मचारी वहां तैनात रहे लेकिन अब बस स्टैंड पर पुलिस कर्मचारियों की तैनाती देखने को नहीं मिल रही है। हालांकि बीच-बीच में पुलिस राइडर गश्त अवश्य करती है लेकिन घटना किसी भी समय घट सकती है इसलिए बस स्टैंड पर पुलिस की तैनाती भी आवश्यक है। बस स्टैंड परिसर में रोडवेज चालक के साथ हुई थी मारपीट: दस दिन पहले बस स्टैंड परिसर में गाड़ी सवार लोगों द्वारा रोडवेज बस के चालक के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया था। बस स्टैंड पर पुलिस की तैनाती नहीं होने के कारण चालक डायल 112 पर फोन कर पुलिस को बुलाया था। लेकिन जब तक ईआरवी टीम मौके पर पहुंची उक्त लोग वहां से जा चुके थे। यदि बद स्टैंड परिसर पर पुलिस की तैनाती हो तो इस प्रकार की घटनाओं को आसानी से रोक सकती है। पहले चालू था सीसीटीवी: बाढड़ा बस स्टैंड प्रभारी ने बताया कि कुछ साल पहले यहां पर एक सीसीटीवी लगाया गया था जो कुछ दिनों तक चालू रहा लेकिन बाद में वह टूट गया था। उन्होंने बताया कि बीते करीब ढाई-तीन सालों से सीसीटीवी बंद पड़ा है। Post navigation एमएसपी को लेकर खापें हुई एकजुट, 28 नवंबर को ज्ञापन सौंपने का फैसला दादरी बार एसोसिएशन के चुनाव 16 दिसम्बर को