ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान पर नगर निगम कर रहा गंभीरता से पालना

– सडक़ों पर पानी का छिडक़ाव, मैकेनिकल सफाई सहित उठाए जा रहे हैं अन्य कदम

गुरूग्राम, 21 अक्तुबर। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा गुरूग्राम सहित पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में लागू किए गए गेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) की पालना नगर निगम गुरूग्राम द्वारा गंभीरता से की जा रही है।

इसके तहत धूल को उडऩे से रोकने के लिए सडक़ों व धूल उडऩे वाले संभावित हॉट स्पॉट पर टैंकरों के माध्यम से लगातार पानी का छिडक़ाव किया जा रहा है। इसके लिए निगम क्षेत्र में 20 टैंकर कार्य कर रहे हैं तथा सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट से शोधित पानी का छिडक़ाव किया जा रहा है। इसके अलावा, सडक़ों की सफाई मैकेनिकल की जा रही है। मैकेनिकल स्वीपिंग मशीने क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही हैं। निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा के निर्देशानुसार मैनुअल स्वीपिंग के दौरान भी पानी का छिडक़ाव शुरू किया गया है, ताकि धूल ना उड़े और वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहतर बना रहे।

जीआरएपी के तहत प्रतिबंधित गतिविधियों पर नजर रखने के लिए निगम की टीमें भी लगातार दौरा कर रही हैं। इसके तहत अवैध कचरा व मलबा डंपिंग, कचरे में आग जलाने, बिना ढक़े निर्माण सामग्री रखने, बिना ढक़े निर्माण सामग्री, कचरा व मलबा परिवहन, तंदूर में लकड़ी व कोयला जलाने, निर्माण एवं तोडफ़ोड़ गतिविधियों में पर्यावरण नियमों की पालना नहीं करने तथा धूल उड़ाने संबंधी अन्य गतिविधियां करने वालों को रोकने के साथ ही उनके चालान किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को नियमों की अवहेलना करने वाले 9 व्यक्तियों के चालान करते हुए उन पर 85000 रूपए का जुर्माना लगाया गया है। इनमें कचरा बिना ढक़े निर्माण सामग्री के मामले में 7 व्यक्तियों पर 35000 रूपए, अवैध मलबा डंपिंग के मामले में एक व्यक्ति पर 25000 रूपए तथा धूल उड़ाने संबंधी मामले में एक व्यक्ति पर 25000 रूपए के चालान शामिल हैं।

‘सभी नागरिक गे्रडिड रैस्पांस एक्शन प्लान की पालना करें तथा वायु गुणवत्ता सूचकांक को बेहतर बनाने में अपना योगदान दें। ऐसी कोई भी गतिविधि ना करें, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़े’-सुभाष यादव, नोडल अधिकारी पर्यावरण एवं स्थिरता विंग

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