गुरूग्राम में बरसाती पानी निकासी को लेकर मण्डलायुक्त ने गठित की उच्च स्तरीय कमेटी– ड्रेनेज से जुड़ी ऐजेंसियों को आपसी तालमेल के साथ काम करने की दी नसीहत– बरसाती पानी निकासी और वर्तमान डेªनेज सिस्टम में रहे गैप का अध्ययन करेगी कमेटी गरुग्राम 12 अक्तुबर। गुरूग्राम का ड्रेनेज सिस्टम ठीक करने को लेकर मण्डलायुक्त श्री रमेश चंद्र बिढान ने अपने कार्यालय मंे सभी संबंधित ऐजेंसियों के अधिकारियों की बैठक बुलाई और उनके अधिकारियों को शामिल करते हुए एक कमेटी का गठन किया जो सात दिन में वर्तमान डेªनेज सिस्टम तथा टोपोग्राफी का अध्ययन करके बरसाती पानी निकासी में रहे गैप अथवा कमियों का विवरण तैयार करेगी। मण्डलायुक्त ने कहा कि आज की बैठक का उद्देश्य किसी में कमी ढूंढना नहीं बल्कि वास्तविक स्थिति को समझते हुए समस्या का व्यवहारिक हल निकालना है। इस उच्च स्तरीय कमेटी मंे गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए), नगर निगम, जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी के अधीक्षण अभियंताओं तथा हाईड्रोलॉजिस्ट को शामिल किया गया है। यह कमेटी वर्तमान डेªनों की बरसाती पानी ले जाने की क्षमता, उनका कैचमेंट एरिया, जलभराव वाले स्थलों की सूची आदि का अध्ययन करके भारी बरसात होने की स्थिति में बरसाती पानी की निकासी के प्रबंधों व संभावित समाधान का डिजाइन तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम शहर का डेªनेज कार्य अलग-अलग ऐजेंसियां अपने तरीके से देख रही हैं और वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में बेहत्तर व्यवस्था करने का संभवतः प्रयास भी कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग एक महीने में दो बार भारी बरसात हुई और दोनो बार शहर के अलग-अलग हिस्सों में बरसाती पानी जमा हो गया जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। श्री बिढान ने कहा कि उन्हंे ऐसा महसूस हुआ कि डेªनेज कार्य के लिए उत्तरदायी सभी ऐजेंसियां अलग-अलग काम कर रही हैं, इसलिए आज उन्होंने सभी ऐजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों को एक साथ मिलकर इस शहर की बरसाती पानी की समस्या का समाधान करने के लिए बुलाया है। उन्होंने कहा कि बरसात में पानी भरा है तो जाहिर है कहीं कमियां भी रही होंगी, उन कमियों को भी अपनी रिपोर्ट में सामने लाएं। बैठक में अपने सुझाव देते हुए मण्डलायुक्त ने कहा कि शहर में ज्यादा जलभराव वाले स्थलों अथवा बिंदुओं को चिन्ह्ति करें और हाईड्रोलॉजिस्ट से बरसात का डाटा लेकर, उससे भी ज्यादा तीव्र बरसात होने के हिसाब से बरसाती पानी निकासी का डिजाइन तैयार करें। उन्होंने कहा कि हम सभी का उद्देश्य गुरूग्राम वासियों को राहत पहुंचाना है। जहां इस बार कमियां रहीं हैं, सभी मिलकर उनको दूर करने का प्रयास करें और इस समस्या का टिकाऊ हल निकालें। इस अवसर पर गुरूग्राम के उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, गुरूग्राम के एसडीएम रविंद्र यादव, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता शिव सिंह रावत, जीएमडीए के अधीक्षण अभियंता फैजल इब्राहिम, कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह, जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता सुधीर रणसीवाल, नगर निगम के कार्यकारी अभियंता विशात गर्ग, हाईड्रोलॉजिस्ट बी एस यादव, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता पुनीत व चरणजीत राणा सहित डेªनेज से जुड़ी ऐजेंसियों के अधिकारीगण उपस्थित थे। सिस्टम ठीक करने को लेकर मण्डलायुक्त श्री रमेश चंद्र बिढान ने अपने कार्यालय मंे सभी संबंधित ऐजेंसियों के अधिकारियों की बैठक बुलाई और उनके अधिकारियों को शामिल करते हुए एक कमेटी का गठन किया जो सात दिन में वर्तमान डेªनेज सिस्टम तथा टोपोग्राफी का अध्ययन करके बरसाती पानी निकासी में रहे गैप अथवा कमियों का विवरण तैयार करेगी। मण्डलायुक्त ने कहा कि आज की बैठक का उद्देश्य किसी में कमी ढूंढना नहीं बल्कि वास्तविक स्थिति को समझते हुए समस्या का व्यवहारिक हल निकालना है। Post navigation आदमपुर उपचुनाव की तैयारी में सरकार, राजनैतिक पार्टियां और प्रशासन जुटे मुख्यमन्त्री उड़न दस्ता के द्वारा पटाखों कि दुकान स्टार नाइट फ़ायरवर्क पर रेड