भाजपा खट्टर सरकार व प्रशासन नाकारा, जिसमें संकट से निपटने की न तो क्षमता है न इच्छाशक्ति : विद्रोही

भाजपा राज में चाहे मंत्री हो या संतरी, सभी अपनी जवाबदेही से भागकर जुमलेबाजी से आमजन को ठगते रहते है, पर जमीन कुछ पर नही करते : विद्रोही
मानसून ने जाते-जाते खरीफ फसल बाजरे में भारी नुकसान किया, पर बाजरा फसल खेतों में उठा ली गई लेकिन अहीरवाल में नष्ट फसलों की विशेष गिरदावरी आज तक नही हुई : विद्रोही

10 अक्टूबर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि पश्चिमीे विक्षोभ से मानसून खत्म होने के बाद हो रही वर्षा ने वैसे तो पूरे हरियाणा को बदहाल कर रखा है, लेकिन इस वर्षा ने एकबार फिर से अहीरवाल में भाजपा खट्टर सरकार के कथित विकास, विकास कार्यो की गुणवत्ता व सरकार की प्रशासनिक क्षमता को बेनकाब कर दिया है। विद्रोही ने कहा कि प्रकृति पर तो सरकार का वश नही, पर यह जानने के बाद भी कि असमय वर्षा से जन-जीवन प्रभावित होने वाला है, उसके बचाव  के लिए कोई भी प्रभावी कदमे न उठाने से साफ हो गया कि भाजपा खट्टर सरकार व प्रशासन नाकारा है जिसमें संकट से निपटने की न तो क्षमता है और न इच्छाशक्ति। भाजपा राज में चाहे मंत्री हो या संतरी, सभी अपनी जवाबदेही से भागकर जुमलेबाजी से आमजन को ठगते रहते है, पर जमीन कुछ पर नही करते। मोनसून के समय व मोनसून के जाते-जाते जिस तरह अहीरवाल व हरियाणा की जनता की दुर्गति हुई है, उससे भाजपा सरकार व प्रशासन ने कोई सबक नही सीखा। 

विद्रोही ने कहा कि मानसून जाने के बाद पश्चिमी विक्षोभ से भारी वर्षा की चेतावनी के बाद अहीरवाल में प्रशासन जरूरी कदम उठाने की बजाय पूर्व की तरह कुंभकरणी नींद में सोया रहा और अधिकारी मीडिया में बयान बहादुर बने, पर जमीन पर कुछ नही किया। मानसून ने जाते-जाते खरीफ फसल बाजरे में भारी नुकसान किया, पर बाजरा फसल खेतों में उठा ली गई लेकिन अहीरवाल में नष्ट फसलों की विशेष गिरदावरी आज तक नही हुई। किसान फसल को मंडियों में लाया तो न तो उसकी फसल को सही ढंग से खरीदा गया और न ही मंडियों में खुले में पडी फसल को बरसात से बचाने का कोई प्रबंध किया। किसान की फसल बरसात ने खेत में भी बर्बाद की और मंडियों में सरकारी कुप्रबंधन के कारण भी बर्बाद हुई। किसान पर चौतरफा मार पडी और सरकार ने उसे जुमलेबाजी से अलावा कुछ नही दिया।

विद्रोही ने कहा कि वहीं नाले, नालियां व पानी निकासी के मार्गो की सफाई करने की बजाय सबकुछ रामभरोसे छोड दिया गया। सडकों पर गड्डे ज्यो के त्यो रहे और हालत यह हो गई कि हाल ही वर्षा ने आम सडकों की बात तो छोडिय़े, दिल्ली-जयपुर हाईवे पर भी यातायात की ऐसी हालत कर दी कि मिनटों की दूरी घटों में पूरीे हो रही है। प्रशासन ने सुलभ यातायात की कोई व्यवस्था नही की, सबकुछ रामभरोसे है। इसी के चलते गुरूग्राम में एक बिल्डर साईट पर भरे पानी गड्डों में छह बच्चे डूबकर मर गए। शहरों व कस्बो में गदंगी की सडांध व पानी के भराव ने आमजन का जीना दूभर कर दिया। विद्रोही नेकहा कि वर्षा ने बार-बार साबित कर दिया कि भाजपा खट्टर सरकार व उसका कथित विकास कितना खोखला व गुणवत्ताहीन है। नागरिक आधारभूत ढांचा जर्जर है और प्रशासन नकारा व भ्रष्ट है। 

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