एक परिवादवाद का संघीे विरोध एक पांखड व लोगों की वोट ठगने का जुमला है। विद्रोही
भाजपा परिवारवाद के नाम पर देश की जनता को वोट बैंक खातिर ठगती है और खुद परिवारवादियों को टिकट देकर सांसद, विधायक, मंत्री बनाने में सबसे आगे रहती है। विद्रोही

09 अक्टूबर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा किया कि आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में चौ0 भजनलाल की तीसरी पीढी के पांचवे व्यक्ति भव्य बिश्नोई को टिकट देकर भाजपा ने सार्वजनिक रूप से तीन बाते स्वीकार कर ली। एक परिवादवाद का संघीे विरोध एक पांखड व लोगों की वोट ठगने का जुमला है। दूसरीे भाजपा के पास आदमपुर में कोई भी योग्य उम्मीदवार नही था जिसे वे अपने कथित विशाल संगठन व 8 साल के जनहित व विकास के राज पर जिता सके। तीसरी भाजपा ने खुद साबित कर दिया है कि वह कांग्रेस-विपक्षी दलों के नेताओं को डराकर, लालच से भाजपा में शामिल करवाने जांच एजेंसियां सीबीआई, ईडी, आईटी, एनआईए का खुला दुरूपयोग करती है।

विद्रोही ने सवाल किया कि यदि मोदी सरकार जांच एजेंसियों को तोता बनाकर अपनी क्षुद्र राजनीति के लिए प्रयोग नही करती तो मोदी, अमित शाह, मनोहरलाल खट्टर व जेपी नड्डा को हरियाणा की जनता को बताना होगा कि जिस भव्य बिश्नोई को 8 जून 2022 तक मोदी सरकार सुप्रीम कोर्ट में मनी लोड्रिंग से विदेशों में काला धन रखने वाला आर्थिक अपराधी बताकर उसके खिलाफ लुकआऊट नोटिस व उसके पिता कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ इन्ही आरोपों में उसका पासपोर्ट वापिस लौटाने का जोरदार विरोध करके सरकार के पक्ष में फैसला लिया था, उसके बाद 4 माह में ऐसा क्या हो गया कि कथित रूप से मनी लाड्रिंग में लिप्त विदेशों में काला धन रखने वाले भव्य बिश्नोई व कुलदीप बिश्नोई रातो-रात भाजपा के वाशिंग पाऊडर में नहाकर गंगापुत्र बनकर आदमपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा का टिकट भी हासिल कर लिया।  

विद्रोही ने कहा कि भाजपा का कुलदीप बिश्नोई व भव्य बिश्नोई को भाजपा वाशिंग पाऊडर में नहाकर आर्थिक अपराधी से देवपुत्र बनने की घटना जीवंत प्रमाण है कि क्या तो भाजपा को आर्थिक अपराधी, मनी लाड्रिंग में लिप्त विदेशों में काला धन रखने वाले नेता ही सरकार में पद देने खातिर विशेष रूप से पंसद है या मोदी जी, अमित शाह सत्ता बल पर जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कांग्रेस-विपक्ष के नेताओं को भाजपा-संघ में शामिल करने व उनकी आवाज को दबाने के लिए करते है। इन दोनो में एक बात तो सच है क्योंकि यदि बिश्नोई परिवार आर्थिक अपराधी नही था तो इन्हे भाजपा-संघ में शामिल होने खातिर जांच एजेंसियों से डराकर, धमकाकर मजबूर क्यों किया था और यदि पिता-पुत्र की यह जोडी आर्थिक अपराधी है तो यह भी प्रमाणित होता है कि भाजपा-संघ देश की सबसे बडी भ्रष्ट पार्टी है जो चुून-चुनकर कांग्रेस-विपक्ष के भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल करके देश में भ्रष्टाचारियों, अपराधियों का मजबूत राजनीतिक गिरोह भाजपा के नाम से बना रहे है। 

विद्रोही ने कहा कि यहीं भाजपा परिवारवाद के नाम पर देश की जनता को वोट बैंक खातिर ठगती है और खुद परिवारवादियों को टिकट देकर सांसद, विधायक, मंत्री बनाने में सबसे आगे रहती है। यदि भाजपा परिवारवाद की विरोधी होती तो आदमपुर से 54 वर्षो से लगातार जिस विधानसभा पर भजनलाल परिवार का कब्जा है, उसकी तीसरी पीढी के पांचवे व्यक्ति को आदमपुर विधानसभा का टिकट नही देती। भव्य बिश्नोई को भाजपा उम्मीदवार बनाकर संघीयों ने खुद अपना चाल-चरित्र बेनकाब करके अपना सत्तालोलूप, स्वार्थी, ढोंगी चेहरा जनता के सामने दिखा दिया है। वहीं भाजपा दावा करती है कि उसने विगत 8 सालों में भारी विकास किया है व ईमानदार शासन दिया है। विद्रोही ने कहा कि यदि भाजपा ने प्रदेश का विकास व जनहित कार्य किया होतो तो आदमपुर से भजनलाल परिवार के तीसरी पीढी के पांचवे व्यक्ति को टिकट देने की बजाय किसी प्रतिबद्ध भाजपा-संघी कार्यकर्ता को टिकट देकर उसे चुनाव जिताकर अपने कथित विकास व ईमानदार शासन का सबूत देती।

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