-लोगों के मनोरंजन के लिए रोजाना होगा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन, 60 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे प्रस्तुत
मेले में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए ग्राउंड के नजदीक 5000 से अधिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था

गुरूग्राम, 7 अक्टूबर। सरस आजीविका मेला शुक्रवार से जिला के लेजरवैली ग्राउंड में शुरू हो गया है। इस मेले का विधिवत् शुभारंभ 8 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे केन्द्रीय विकास एवं पंचायत मंत्री गिरिराज सिंह दोपहर 3 बजे करेंगे। मेले के शुभारंभ अवसर पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली भी उपस्थित रहेंगे।

सरस आजीविका मेले के भव्य आयोजन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं। पार्किंग से लेकर मेले में आने वाले लोगों के मनोरंजन व खान पान का पूरा ध्यान रखा गया है। मेले में आने वाले लोगों के प्रवेश निःशुल्क होगा जबकि लेजरवैली ग्राउंड के नजदीक बनाए गए पार्किंग स्थल पर 5000 से अधिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इस मेले में जिलावासियों विशेषकर महिलाओं के लिए विशेष हस्तनिर्मित उत्पाद जैसे हैंडलूम, साड़ियां, ड्रेस मैटेरियल सहित अलग-अलग राज्यों की पृष्ठभूमि का साज सज्जा का सामान उपलब्ध है।

550 हस्तशिल्पकारों तथा कलाकारों के रहने के लिए 11 अलग-2 स्थानों पर की गई है व्यवस्था, हर पहलू का रखा जा रहा है ध्यान

मेले में 27 राज्यों के 200 से अधिक ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों द्वारा भाग लिया जा रहा है जो स्वयं द्वारा निर्मित उत्पादों को 230 स्टॉलों के माध्यम से प्रदर्शित करेंगे। क्योंकि इस राष्ट्रीय स्तरीय मेले की मेजबानी पहली बार गुरूग्राम द्वारा की जा रही है, इसलिए इस मेले में आने वाले स्वयं सहायता समूह की महिलाओं सहित दूसरे राज्यों के आए 550 हस्तशिल्पकारों तथा कलाकारों के रहने से लेकर खाने पीने की व्यवस्था जिला के 11 अलग-2 स्थानों पर की गई है।

मेले में रोजाना होगा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन , अलग-2 राज्यों की 60 से ज्यादा परफोरमेंस बनेंगी मेले का हिस्सा
सरस मेले में लोगों के मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए 23 अक्टूबर तक रोजाना सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। मेले में कला एवं संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा जिससे जिलावासियों को दूसरे राज्यों की सभ्यता व संस्कृति को नजदीक से जानने का मौका मिलेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में रोजाना अलग-2 राज्यों की संस्कृति पर आधारित प्रस्तुति दी जाएगी। इस प्रकार , मेले में आने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए 60 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।

इसी प्रकार, मेले में आने वाली स्वयं सहायता समूह की महिलाओं में मार्किंटिंग सहित अन्य कौशल विकसित करने को लेकर रोजाना अलग-2 विषयों पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान उन्हे बिजनेस टू बिजनेस मार्किंटिंग के अलावा, पैकेजिंग, डिजाइन, कम्युनिकेशन स्किल्स तथा सोशल मीडिया प्लैटफार्म का इस्तेमाल करने संबंधी प्रशिक्षित किया जा रहा है। मेले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लिए इस क्षेत्र से जुड़े जाने माने विशेषज्ञों का सहयोग लिया जा रहा है। आमजन के लिए मेले में प्रवेश निःशुल्क रहेगा। मेला प्रातः 11 बजे से सांय 9ः30 बजे तक आयोजित किया जाएगा

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