– डीसी ने ली जंगल सफारी को विकसित करने को लेकर संबंधित अधिकारियों की बैठक
– जंगल सफारी के गुरूग्राम में पूरे रकबे की निशानदेही का कार्य हुआ पूरा

गुरूग्राम, 03 अक्तुबर। गुरूग्राम और नूंह जिलों में अरावली पर्वत श्रृंखला में विकसित की जाने वाली जंगल सफारी को लेकर उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव ने सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई जिसमें बताया गया कि इस जंगल सफारी के लिए गुरूग्राम जिला में निशानदेही का कार्य पूरा किया जा चुका है। लगभग 10 हजार एकड़ में विकसित होने वाली जंगल सफारी का लगभग 6 हजार एकड़ रकबा गुरूग्राम जिला में पड़ता है।   

उपायुक्त ने राजस्व अधिकारियों के साथ तहसीलवार जंगल सफारी के अधीन आने वाले क्षेत्र का नक्शा देखा। उन्हें बताया गया कि गुरूग्राम जिला के 10 गांवों का लगभग 6 हजार एकड़ रकबा इस जंगल सफारी के अधीन आएगा। इनमें गांव शिकोहपुर, बार गुर्जर, नोरंगपुर, टीकली, गैरतपुर बास, अकलीमपुर, सकतपुर, घामड़ौज, भौंडसी तथा अलीपुर शामिल हैं। इनमंे जो गांव नगर निगम क्षेत्र में पड़ते हैं वे नगर निगम के सदन में तथा जिन गांवों में ग्राम पंचायत है, वे ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित करवाएंगे। जंगल सफारी के लिए जमीन 33 साल की अवधि के लिए लीज अर्थात् पट्टे पर दी जाएगी।   

निशानदेही किए गए जंगल सफारी के रकबे में यदि कोई स्थाई या अस्थाई अतिक्रमण होगा तो उसे वन विभाग नोटिस देकर हटवाऐगा क्योंकि अरावली का यह क्षेत्र पीएलपीए अर्थात् पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत आती है। बैठक में बताया गया कि अधिक्त्तर क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त है।   

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, जिला राजस्व अधिकारी मनबीर सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान, मण्डल वन अधिकारी राजीव तेजयान, तहसीलदार दर्पण कंबोज तथा कानूनगो उपस्थित थे।

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