“राष्ट्र निर्माण के काम-दो घण्टे मन्दिर के नाम विषय पर संगोष्ठी मन्दिर सामर्थ्य एवं मानवता के श्रेष्ठ गुणों को विकसित करने के केन्द्रयह ब्यवस्था कमजोर हुई, देश पराधीनता भुगतने को विवश हो गयामुगल आतताइयों ने मन्दिरों का बहुत ही बर्बरता पूर्वक ध्वंश किया फतह सिंह उजालागुरूग्राम। मन्दिर मात्र उपासना स्थल ही नहीं, अपितु हम सनातनियों के शक्ति, सामर्थ्य एवं मानवता के श्रेष्ठ गुणों को विकसित करने के केन्द्र हैं। इतिहास साक्षी है कि जब तक मन्दिर आधारित ब्यवस्था के अनुरूप इस देश के सनातनधर्मी समाज का आचार-विचार चल रहा था, दुनिया की हर ताकत से यहाँ का समाज विजय श्री का वरण करता रहा। किन्तु जैसे ही यह ब्यवस्था कमजोर हुई, देश पराधीनता के दंश को भुगतने को विवश हो गया। यह बात प्रयागराज के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के सभागार में सनातन भाव जागृति “राष्ट्र निर्माण के काम-दो घण्टे मन्दिर के नाम विषय पर बोलते हुए श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज ने कही। यह संगोष्ठी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती के पावन सानिध्य में सम्पन्न हुई। यह जानकारी शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती के निजी सचिव स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती महाराज के द्वारा मीडिया से सांझा की गई। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती ने कहा कि, सनातनधर्मियों के शक्ति, सामर्थ्य के लिए मन्दिर कितने महत्वपूर्ण हैं, यह मुगल इस्लामिक आतताइयों ने बहुत भली भाँति समझ लिया था । इसलिए मुगल आतताइयों ने मन्दिरों का बहुत ही बर्बरता पूर्वक ध्वंश किया। “राष्ट्र निर्माण के काम-दो घण्टे मन्दिर के नाम संगोष्ठी के मंच से शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती ने कहा कि आज के मौजूदा परिवेश में आवश्यक है कि हम सभी मन्दिर केन्द्रित ब्ववस्था को प्रभावशाली बनाने की दिशा में तीब्रगति से काम करें। इस अवसर पर महन्त स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती महाराज, स्वामी अखण्डानन्द तीर्थ महाराज, स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती महाराज, ऋषि केशरवानी,स्वाती गुप्ता, भावना गौर, सुधा शुक्ला, प्रीति शर्मा, बीएन मिश्रा, संगीता सिंह, सीमा सिंह, आनन्द मिश्र,सौरभ जी,जय प्रकाश पाण्डेय, मयंक द्विवेदी, नीलिमा सिंह, कार्यक्रम के आयोजक अमित शर्मा सहित सैकड़ों सनातनधर्मी विशेष रूप से मौजूद रहे। Post navigation सेवा पखवाड़ा में बोधराज सीकरी की अगुवाई में पंजाबी बिरादरी महा संगठन ने किया हेल्थ कैम्प का आयोजन 1810 एकड़ जमीन का मुद्दा ……. … जमीन बचाने का आंदोलन किसानों द्वारा जल में भी जारी