स्थानीय अधिकारी शहर में गुड गवरनेंस के लिए मिलकर काम करें : श्री सुधीर राजपाल

प्रमुख एजेंडे पर चर्चा के लिए अंतर-विभाग समन्वय बैठक हुई आयोजित
सभी सरकारी विभाग समयबद्ध तरीके से परियोजनाओं को तालमेल से करें पूरा

गुरुग्राम, 02 सितंबर: गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्री सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में स्थानीय अधिकारियों की समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें विभिन्न विभागों से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की गई और आगे की कार्यवाही के निर्देश दिए गए। श्री राजपाल ने निर्देश दिए कि शहर में गुड गवरनेंस के लिए मिलकर काम करें ।

इस बैठक में नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी), नगर निगम मानेसर (एमसीएम), यातायात पुलिस, पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर), हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी), हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम (एचएसआईआईडीसी), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी), दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीए) और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।

श्री राजपाल ने कहा ,“हमने विभिन्न स्थानीय सरकारी एजेंसियों के साथ एक मंच पर जुड़ने के लिए समन्वय बैठक की शुरुआत की है, ताकि उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले विषयों को एकजुट रूप से पूरा किया जा सके। किए जाने वाले कार्य के दायरे को रेखांकित किया गया है और सभी संबंधित विभाग को समयबद्ध तरीके से संबंधित बुनियादी ढांचे या नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए आवश्यक कार्य के निष्पादन में परस्पर सहयोग करना है,”।

उन्होंने कहा कि गवाल पहाड़ी क्षेत्र में जल आपूर्ति प्रदान करने के लिए, एचएसवीपी को 450 मिमी पाइपलाइन बिछाने के शेष कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें। श्री राजपाल ने एचएसवीपी अधिकारियों को निर्देश दिया कि परियोजना को समय पर पूरा नहीं करने वाली संविदा एजेंसी को दंडित किया जाएगा और एजेंसी की लागत जोखिम (रिस्क एण्ड कोस्ट) पर काम किया जाएगा। सरहौल गांव में जल आपूर्ति की दिक़्क़त को दूर करने के लिए, एमसीजी 3 महीने के भीतर दो बूस्टिंग स्टेशन चालु करने के लिए पंपिंग मशीनरी और बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित लंबित कार्य को पूरा करेगा।

श्री सुधीर राजपाल ने हाल ही में एमसीजी के बूस्टिंग स्टेशनों को अपग्रेड करने के निर्देश दिए। इसके अंतर्गत एमसीजी ने 28 स्टेशनों की पहचान की है, जहां इन्फ्रा सुधार के कार्य की आवश्यकता है। जीएमडीए के सीईओ ने निर्देश दिया है कि अगली समन्वय बैठक से पहले 5 स्टेशनों पर काम शुरू किया जाना चाहिए।

श्री राजपाल ने कहा कि क्रीक संख्या 1 में सेक्टर 42 सीवरेज के अनुचित निर्वहन पर अंकुश लगाने के लिए एमसीजी ने जीएमडीए मास्टर सीवर लाइन के साथ उसे जोड़ने का एस्टिमेट तैयार किया है। जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि अनुपचारित सीवेज और अपशिष्ट जल को प्राकृतिक बरसाती नाले में नहीं डाला जा सकता और मामले को जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, डीएचबीवीएन 75/75ए सेक्टर डिवाडिंग रोड में प्रस्तावित मास्टर सीवर लाइन के अलाइनमेंट पर उनके द्वारा लगाए गए बिजली के खंभों को हटाने की जांच करे।

इस बैठक में साइनेज बोर्ड लगाने के एजेंडे पर भी चर्चा की गई।
”हाल में माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा ने निर्देश दिया था कि नागरिकों द्वारा शहर की सड़कों के स्वामित्व की पहचान करने में आसानी के लिए सभी संबंधित विभागों के साइन बोर्ड लगाए जाने चाहिए। इस दिशा में काम शुरू हो गया है और सभी एजेंसियों को उनकी सम्पत्ति के पत्र आवंटित किए गए हैं। सभी एजेंसियों को उनकी सड़क संपत्तियों पर साइनेज लगाने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।”

शहर में सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं में वृद्धि के लिए, जीएमडीए के भू-स्थानिक प्रभाग ने एमसीजी और एमसीएम द्वारा निष्पादन के लिए मौजूदा और प्रस्तावित सार्वजनिक शौचालयों के जीआईएस आधारित स्थानों की मैपिंग और पहचान की है। जिन स्थानी पर फुटफॉल ज़्यादा है, उन क्षेत्रों में कुल 90 नए शौचालय प्रस्तावित किए गए हैं।

सेक्टर 68-80 के लिए स्ट्रीट लाइट लगाने का एसटीमेट एचएसवीपी द्वारा तैयार किया जा रहा है। जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इन क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के हित के लिए कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।

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