गुरूग्राम, 31 अगस्त।  गुरूग्राम के शक्ति नगर स्थित शमशान भूमि की 2000 वर्ग गज भूमि केयर टेकर द्वारा अपने पुत्रों के नाम करने के मामले को लेकर दलित समाज के लोग मेयर श्रीमति मधु आजाद के नेतृत्व में बुधवार को उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव से मिले और इस बारे में उनसे शिकायत की जिस पर उपायुक्त ने तुरंत निर्णय लेते हुए रजिस्टरी रद्द करवाने तथा शमशान भूमि को खुर्दबुर्द करने के आरोपी के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाकर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस पर दलित समाज के लोगों ने खुशी व्यक्त करते हुए उपायुक्त का आभार जताया।

    उपायुक्त श्री यादव को मिलने आए दलित समाज के प्रतिनिधि मण्डल से उन्होंने कहा कि मेयर श्रीमति मधु आजाद ने यह मामला उनके संज्ञान में ला दिया था जिसके बाद जिला राजस्व अधिकारी श्री मनबीर सिंह से रिपोर्ट मांगी गई जिसमें उनकी शिकायत सही पाई गई है। उन्होंने कहा कि दलित समाज के लोगों की शिकायत तथा जिला राजस्व अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने रजिस्टरी रद्द करवाने और आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने का निर्णय लिया है।

  इस मामले में प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों ने बताया कि वे बरगीयान (धानक समाज), चमारान (जाटव), खाकराबान (वाल्मीकि) तीनों समाज की जमीन पर अवैध कब्जा करके उसकी रजिस्टरी अपने परिजनों के नाम करवाने की शिकायत लेकर उपायुक्त श्री यादव के पास आए थे। राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार यह जमीन तीनों समाज के शमशान घाट के लिए दान स्वरूप मिली हुई है। इस जमीन पर डॉक्टर अंबेडकर भवन व बरगीयान चौपाल भी बने हुए हैं। शमशान भूमि व बिल्डिंग की देखरेख के लिए संस्था ने श्री खेमचंद डावला को अस्थाई तौर पर रखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री खेमचंद डाबला ने साजिश करके 2000 वर्ग गज भूमि अपने दोनों पुत्रों राकेश कुमार व राजेश कुमार के नाम कर दी।

    इस प्रतिनिधि मण्डल ने मेयर मधु आजाद के अलावा, डा. अंबेडकर हरिजन छात्रावास के अध्यक्ष कैप्टन प्रेम सिंह, सचिव श्री हरिप्रकाश, श्री गुरू रविदास सभा के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह, महासचिव ज्वाला प्रसाद, भगवान वाल्मीकि समाज कल्याण सभा के अध्यक्ष श्री सुल्तान सिंह, महासचिव मनीष कुमार सौदा अपने अन्य साथियों के साथ शामिल थे।

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