28 अगस्त को कार्टरपुरी गौशाला में होगा मुख्य आयोजन
-प्रकृति वंदन में प्रदेश भर से जुड़े हजारों परिवार लेंगे प्रकृति संरक्षण संकल्प

गुरुग्राम, 22 अगस्त। हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन (एचएसएसएफ) हरियाणा द्वारा राज्य स्तरीय प्रकृति वंदन कार्यक्रम गुरुग्राम में करने का फैसला लिया गया है। प्रकृति वंदन कार्यक्रम 28 अगस्त को गुरुग्राम के कार्टरपुरी स्थित कामधेनु गौशाला में किया जायेगा। यहां लगभग 200 परिवार उपस्थित होकर प्रकृति वंदन करेंगे, जबकि प्रदेश भर के सभी जिलों में आयोजित प्रकृति पूजन के कार्यक्रमों को वर्चुवली इस कार्यक्रम से जोड़ा जायेगा। एचएसएसएफ के आह्वान पर प्रदेश भर में एक हजार से अधिक परिवारों और अनेक शिक्षण संस्थाओं के हजारों विधार्थियों द्वारा प्रकृति वंदन किया जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश भर में होने वाले कार्यक्रमों को गुरुग्राम में होने वाले मुख्य कार्यक्रम से वर्चुअली जोड़ा जाएगा। फाउंडेशन ने इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ऑन लाइन शुरू कर दी है। सोमवार सायं तक लगभग 500 के करीब लोग प्रकृति वंदन में हिस्सा लेने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। आयोजकों को उम्मीद है कि 27 अगस्त की सायं तक रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या हजारों में पहुंचेगी।

एचएसएसएफ के प्रदेश महासचिव विनोद शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के आयोजन के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। कार्यक्रम संयोजक विना घोराई और सह संयोजक संजीत कौशिक को बनाया गया है जबकि कार्यक्रम पालक की जिम्मेदारी हरियाणा गौसेवा आयोग के वाइस चेयरमैन पूरन यादव लोहचब को दी गई है। विनोद शर्मा ने बताया कि प्रकृति वंदन का कार्यक्रम 28 अगस्त को सुबह 11 बजे से 12 बजे तक चलेगा। मुख्य आयोेजन कामधुने गौशाला में होगा, जिसमें 200 परिवार कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित होकर प्रकृति की वंदना करेंगे, जबकि प्रदेश के सभी जिलों में अपने-अपने घर में प्रकृति वंदन करने वाले हजारों लोग वर्चुअल माध्यम से गुरुग्राम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम से जुड़ेंगे और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेंगे।

प्रकृति वंदन कार्यक्रम के पालक पूरन यादव ने बताया कि जो लोग प्रकृति वंदन के लिए रजिस्ट्रेशन करायेंगे उनको प्रकृति वंदन करने की विधि बताने के लिए वीडियो भी भेजे जाएंगे, ताकि एक ही समय में एक ही तरीके से प्रकृति वंदन की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।

पूरन यादव ने बताया कि प्रकृति वंदन ठीक 11 बजे शुरू होगा और एक घंटे तक चलेगा। जिसका सीधा प्रसारण सोशल मीडिया पर किया जायेगा। उन्होंने बताया कि मुख्य वक्ता द्वारा वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग के खतरों और प्रदूषित वातावरण के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए प्रकृति संरक्षण के तरीके भी बतायेंगे। उन्होंने बताया कि हमारे चारों तरफ के आवरण (परिवेश) को पर्यावरण कहते हैं और इसका सीधा संबंध हमारे आसपास की उन चीजों से हैं, जो हमारे और हमारी तरह धरती पर रहने वाले सभी सजीवों और वनस्पतियों को प्रभावित करती हैं। इसके अंतर्गत वायु, जल, पेड़-पौधे, नदी, तालाब आदि आते हैं। वर्तमान में इन प्राकृतिक वस्तुओं के अंधाधुंध दोहन से जो जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग (वैश्विक तापमान में वृद्धि) हुई है, उससे पर्यावरण पर कई गंभीर संकट छाने लगे हैं। प्रदूषण बढ़ रहा है और पर्यावरण का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। मानवीय गलतियों के कारण उत्पन्न समस्याओं का हल करने के लिए भी हम मानव को ही आगे पर्यावरण का संरक्षण करना है। इसलिए प्रदेश भर में जनजागरण के लिए एक साथ प्रकृति वंदन कार्यक्रम किया जायेगा। पूरन यादव ने अपील की कि प्रकृति वंदन में सभी को हिस्सा लेकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए और इस महान कार्य के लिए समाज को जागरूक करने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।