सोहना/ बाबू सिंगला 

सोहना कस्बे में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री उड़नदस्ता टीम ने अवैध पानी की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। टीम ने फैक्ट्री में बनाए जा रहे पानी के 4 सैंपल भी लिए हैं। जिनको जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। इसके अलावा छापेमारी के दौरान टीम ने पानी से भरी बोतल, प्लास्टिक पाउच और सोडा बोतल के नमूने भी लिए हैं। छापेमारी के दौरान नगर परिषद की टीम ने 46 किलोग्राम प्लास्टिक की पॉलिथीन पाए जाने पर 25 हजार रुपए का जुर्माना ठोंक दिया है। फैक्ट्री में स्थापित बोरवेल को सील कर दिया गया है। तथा घरेलू बिजली कनेक्शन को कमर्शियल में उपयोग किए जाने पर बिजली विभाग ने भी कार्यवाही की है।

बुधवार को करीब 9:00 बजे मुख्यमंत्री उड़नदस्ता गुरुग्राम की टीम जब पलवल मार्ग पर स्थापित हंस एनक्लेव कॉलोनी में पहुंची तो वहां पर हड़कंप मच गया। उक्त कॉलोनी में अवैध रूप से पानी का कारोबार बरसों से किया जा रहा था। जिसकी शिकायत कई बार सरकार व प्रशासन को मिल चुकी थी। उक्त फैक्ट्री नवीन ट्रेडर्स के नाम से चल रही थी। उड़नदस्ता टीम का नेतृत्व सुरेश कुमार कर रहे थे। जबकि छापेमारी के दौरान फूड सैंपलिंग विभाग के डॉ श्याम लाल,मुंसिपल इंजीनियर राजपाल खटाना, ओमप्रकाश व बिजली विभाग जेई राजेश कुमार भी मौजूद थे। छापेमारी के दौरान टीम ने पानी फैक्ट्री में भारी मात्रा में प्लास्टिक थैलियां और बोतलें बरामद की थी तथा उनके नमूने भी लिए थे। जिनको जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। नगर परिषद टीम ने फैक्ट्री में प्रतिबंध के बावजूद उपयोग किए जा रहे प्लास्टिक बैग मिलने पर 25 हजार रुपए का मौके पर ही जुर्माना कर दिया गया है। वही नगर परिषद विभाग टीम ने फैक्ट्री के अंदर अवैध चल रहे पानी के बोर को भी सील कर दिया है तथा घरेलू बिजली कनेक्शन को कमर्शियल में उपयोग किए जाने पर बिजली विभाग भी कार्यवाही कर रहा है।

बीड़ी का नकली कारोबार

सीएम फ्लाइंग टीम में फैक्ट्री के अंदर करीब 5 बोरी बीड़ी भी बरामद की है। आरोप है कि फैक्ट्री मालिक पानी के साथ-साथ बीड़ी का भी नकली कारोबार कर रहा था। टीम ने बीड़ी के भी नमूने ले लिए हैं तथा जिनको जांच के लिए भेज दिया गया है।

कारोबार जीएसटी बगैर

कस्बे की पानी फैक्ट्री में समस्त कारोबार जीएसटी के बिना ही संपन्न हो रहा था। सीएम उड़नदस्ता टीम के मांगने पर भी फैक्ट्री मालिक जीएसटी के बिल नहीं दिखा सका था। जिससे मालिक पर जीएसटी चोरी करने का भी आरोप लग रहा है। जिसकी जांच के लिए गुड़गांव जीएसटी टीम को रिपोर्ट भेज दी गई है।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिला खाद्य सैंपलिंग अधिकारी डॉ श्याम लाल कहते हैं कि पानी फैक्ट्री से प्राप्त किए गए सभी नमूनों को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। इसके अलावा नगर परिषद और बिजली विभाग की टीम ने अपनी अपनी कार्यवाही करके रिपोर्ट तैयार की है।

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