सोहना बाबू सिंगला 

सोहना नगरपरिषद विभाग में सीएम विंडो पर दर्ज शिकायतों की सुध लेने को कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है। विभाग में करीब 70 शिकायतें वर्तमान में काफी समय से लंबित पड़ी हुई हैं। जो केवल कंप्यूटर में ही बन्द पड़ी हुई हैं। जिनपर अधिकारियों ने आज तक भी कोई कार्यवाही नहीं की है। ऐसा होने से सीएम विंडो मात्र दिखावा बनकर रह गईं हैं। तथा नागरिक अपनी शिकायतों को हल कराने के लिए स्मरण पत्र भेजने की तैयारी कर रहे हैं।

इसको सोहना नगरपरिषद विभाग अधिकारियों की लापरवाही कहें अथवा मनमानी। जो परिषद अधिकारियों ने आज तक भी सीएम विंडो में दर्ज शिकायतों का आजतक भी समाधान नहीं किया है। जबकि ऐसी शिकायतें कई कई माह से दर्ज हैं। जिनको हल करने के लिए किसी भी सक्षम अधिकारी ने सुध नहीं ली है। 

विदित है कि प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नागरिकों की शिकायतों के जल्द समाधान करने के लिए सीएम विंडो पॉर्टल तैयार किया था। जिनपर दर्ज शिकायतों को अधिकारी तुरन्त प्रभाव से कार्यवाही कर सकें। परन्तु सोहना नगरपरिषद में इसका उलट हो रहा है। परिषद में तैनात अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशोँ को पलीता लगाने में लगे हैं। जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। नगरपरिषद में वर्तमान में 65 शिकायतें सीएम विंडो से प्राप्त हुई हैं। परंतु काफी समय गुजर जाने के बाद भी आज तक शिकायतों का समाधान नहीं किया गया है। ऐसी शिकायतों में अतिक्रमण, अवैध कब्जे, सफाई, स्ट्रीट लाइट आदि से सम्बंधित हैं। नागरिक योगेश सिंगला बाबू ने बताया कि उन्होंने काफी समय पूर्व सीएम विंडो में शिकायत दर्ज कराई थी किन्तु जो आज तक भी ज्यों की त्यों है। उन्होंने जल्द ही स्मरण पत्र मुख्यमंत्री को प्रेषित करने को कहा है।

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