सोहना/बाबू सिंगला 

इसको नगर परिषद विभाग अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी कहें अथवा लापरवाही। जो कस्बे के नालों से निकाले गए कूड़े का उठान आज तक भी नहीं किया है। उक्त कूड़ा करीब 1 सप्ताह पूर्व नगर परिषद ने नालों से निकलवाया था। जो सड़क के दोनों किनारों पर जमा है। जिसमें हर समय गंदगी व बदबू उठ रही है। कूड़े से भयंकर बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।

सोहना कस्बे में सफाई व्यवस्था पूर्ण रूप से फेल होकर रह गई है। जगह-जगह गंदगी के ढेर भयंकर बीमारी को आमंत्रित कर रहे हैं। सफाई कर्मचारी कार्य करने की बजाय मटरगश्ती करने में लगे रहते हैं। ऐसा होने से विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खुलने लगी है। अधिकारीगण भी सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने की बजाय ऑफिस में जमे रहते हैं। लोगों ने सफाई कार्य दुरुस्त ना होने पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

एक और जहां सरकार सफाई को लेकर गंभीर है तथा लोगों को जागरूक करने में लगी हुई है वहीं दूसरी ओर सोहना कस्बे में सफाई व्यवस्था जीरो जीरो है। नगर परिषद विभाग सफाई व्यवस्था पर प्रतिमाह करीब 50 लाख रुपए से भी ज्यादा राशि खर्च कर रहा है परंतु फिर भी कस्बे के बाजारों,गलियों,मोहल्लों में गंदगी के ढेर लगे पड़े हैं। नालियां गंदगी से अटी पड़ी है। जिन पर हर समय मच्छर व मक्खियां मंडराते रहते हैं। जिससे इस भीषण गर्मी व बरसाती मौसम में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। नागरिक सफाई को नियमित व दुरुस्त करने के लिए कई बार अधिकारियों से भी गुहार लगा चुके हैं किंतु फिर भी उनके सर पर आज तक भी जूं नहीं रहेंगी है।

185 कर्मचारी संभाल रहे जिम्मा

सोहना नगर परिषद विभाग में सफाई का जिम्मा 185 कर्मचारियों पर है। इसके अलावा डोर टू डोर योजना भी शुरू की हुई है ताकि कस्बे की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रह सके। विभाग सफाई व्यवस्था पर 50 लाख से ज्यादा की राशि प्रतिमाह खर्च कर रहा है। परंतु सफाई का नामो निशा बिल्कुल नहीं है।

नाले गंदगी से हुए बंद

नगर परिषद क्षेत्र में बनाए गए पानी निकासी के नाले गंदगी से अटे होने के कारण बंद पड़े हैं। जिससे पानी निकासी नियमित व सुचारू नहीं हो रही है। गत दिनों परिषद ने बाईपास चौक से लेकर चिल्ड पॉइंट एरिया तक नालों की सफाई कराई थी। कर्मचारियों ने नाले के कूड़े को सड़क पर ही रख दिया था। जो बरसाती मौसम के होने के कारण दोबारा नालों में जा रहा है तथा उक्त कूड़े पर हर समय मच्छर व मक्खियां भिनभिना रही हैं। नालों की कराई गई सफाई मात्र खानापूर्ति बनकर रह गई है।

क्या कहते हैं नागरिक

सोहना के जागरूक नागरिक सर्राफा यूनियन पूर्व प्रधान अशोक वर्मा, व्यापारी अनुज गुप्ता, एडवोकेट अनुराग जिंदल,समाजसेवी संदीप सिंगला उर्फ पिंटू,कमल बंसल अमित गर्ग,व्यापारी योगेश गर्ग आदि ने आरोप लगाते हुए कहा कि परिषद सभी टैक्सों को वसूलती है परंतु सुविधाएं देने में असमर्थ है। उन्होंने सफाई व्यवस्था दुरुस्त ना कराने पर प्रदर्शन करके अधिकारियों का घेराव किए जाने की चेतावनी दी है।

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