ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशिका बीके आशा ने दी शुभकामनाएं. राष्ट्रपति को तिलक लगा और मिठाई खिलाकर मुंह भी मीठा कराया फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। देश की नव निर्वाचित 15वीं राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू को प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान की गई। ब्रह्माकुमारीज के गुरुग्राम में बोहड़ाकला में स्थित उत्तर भारत के सबसे बड़े सेंटर ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशिका बीके आशा ने महामहिम द्रौपदी मुर्मू के आवास पर पहुंचकर पुष्पगुच्छ भेंटकर शुभकामनाएं दी। साथ ही तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर मुख मीठा भी किया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज के अन्य कई सदस्य भी उपस्थित थे। गुरुवार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ बोहड़ाकला ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निर्देशिका बीके आशा के साथ शुभकामनाएं देने वालों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गृह राज्य और क्षेत्र के ब्रह्माकुमारी सेंटर के सदस्य भी शामिल बताए गए । गौरतलब है कि राष्ट्रपति मुर्मू का प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज संस्था के साथ वर्ष 2009 से ही बहुत गहरा लगाव बना हुआ है । अपने परिवार में एक के बाद एक सदस्यों को खोने के बाद उन्होंने मेडिटेशन को अपनाया और इसके लिए अपने ही पैतृक आवास के नजदीकी ओ आर सी राजयोग सेंटर पर आवागमन आरंभ किया , जहां उन्हें मेडिटेशन के द्वारा आत्मिक शांति और बल दोनों ही प्राप्त हुए । गुरूवार की इस मुलाकात के साथ ही इस बात को लेकर भी चर्चाओं का दौर जोर पकड़ने लगा है कि देश की 15वीं राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू का आने वाले समय में उत्तर भारत के सबसे बड़े ओम शांति रिट्रीट सेंटर बोहड़ाकला में आगमन हो सकता है। गौरतलब है कि बोहड़ाकला स्थित आंेआरसी सेंटर में राष्ट्रपति पद पर रहते हुए और इसके बाद पूर्व राष्ट्रपति के तौर पर डॉक्टर अब्दुल कलाम दो बार ओआरसी सेंटर बोहड़ाकला में विशेष रुप से पहुंचे थे । डॉक्टर कलाम के आगमन पर दादी रुकमणी के द्वारा बेहद अपनत्वभव सहित प्रेम भरे शब्दों में डॉक्टर कलाम का हाथ पकड़कर कहा गया था कि यह तो मेरा भाई है जब चाहेंगे यहां बुला लेंगे । इसी प्रकार से राष्ट्रपति रहते हुए श्रीमती प्रतिभा पाटिल भी बोहड़ाकला प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के उत्तर भारत के सबसे बड़े सेंटर को ओआरसी में आ चुकी हैं । बोहड़ाकला स्थित ओ आर सी सेंटर में समय-समय पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की हस्तियां भी पहुंचती रहती हैं । यहां पर विभिन्न मुद्दों को लेकर परिचर्चा किया जाने के साथ ही अध्यात्म पर भी व्याख्यान का आदान-प्रदान होता रहता है। लेकिन जिस प्रकार से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था के प्रति लगाव और रुझान बना हुआ है, इन्हीं सब बातों को देखते हुए अभी से इस बात के कयास लगाए जाने आरंभ हो चुके हैं कि राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के उपरांत निकट भविष्य में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बोहडाकला में स्थित उत्तर भारत के सबसे बड़े ओम शांति रिट्रीट सेंटर में असगमन से इंकार नही किया जा सकता है। Post navigation वैशाली तोमर के आवास पर पहुंचे आरएसएस और बीजेपी के बड़े पदाधिकारी उपायुक्त ने जिलावासियों को राष्ट्रीय झंडा अंगीकरण दिवस की दी बधाई