भारत माता की जय और वंदे मातरम बोल कर किया अनोखा प्रदर्शन. माहिरा होम्स सेक्टर 68 में फ्लैट ना मिलने पर डीटीपी कार्यालय में प्रदर्शन. आरोप पूरी पेमेंट देने के बाद भी बिल्डिंग का काम नहीं हुआ हैं पूरा. हरैरा में पास होने पर भी चार साल बाद डीटीपी ने करवाया काम बंद. बायर्स अब काट रहे हैं डीटीपी विभाग और कोर्ट के चक्कर. बायर्स अपने छोटे बच्चों को साथ लेकर दर दर रहे हैं भटक फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। आजादी का अमृत महोत्सव सहित अब हर घर तिरगा की युद्ध स्तर पर तैयारी कराईजा रही है। इसी बीच साइबर सिटी की सड़को पर विभिन्न मुद्दो को रोष, विरोध सहित उग्र प्रदर्शन होते रहे है। बुधवार को इसके ठीक इसके विपरीत सूबे की आार्थिक राजधानी गुरूग्राम में अनोखा प्रदर्शन हुआ । यह प्रदर्शन बिल्डर द्वारा पोजीशन ना देने के एवज में डीटीपी कार्यालय में हुआ। इस प्रदर्शन में बायर्स ने तिरंगा हाथों ने लेकर वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाते, अपने गांधी गिरी अंदाज में किया। वंदे मातरम और भारत माता की जयसाइबर सिटी गुरुग्राम के सेक्टर 68 में माहिरा होम्स के नाम से बिल्डर प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था। जिसमें अगस्त 2022 में सभी बायर्स को अपने अपने फ्लैट्स की पोजेशन मिल जानी थी। लेकिन डीटीपी विभाग द्वारा बिल्डर्स के कागज पूरे नहीं है कहकर काम को बंद करवा दिया गया। जिसका खामियाजा अब बायर्स को भुगतना पड़ रहा है । माहिरा होम्स में फ्लैट लेने वाले बायर्स गुरुग्राम सेक्टर 14 सिथित डीटीपी कार्यालय में पहुंच गए और जमकर विभाग और बिल्डर्स के खिलाफ नारे बाजी की। लेकिन बायर्स ने नारे बाजी के दौरान एक भी गलत अल्फाज का प्रयोग नहीं किया। बल्कि शुरुआत वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे के साथ की। इस दौरान डीटीपी कार्यालय में आएं बायर्स ने बताया की हारेरा के अप्रूवल के बावजूद भी डीटीपी विभाग ने बिल्डर का लाइसेंस रद्द कर दिया। लेकिन वो भी चार साल के बाद जब सभी बायर्स ने अपनी पूरी पेमेंट कर दी दी। आपको बता दें की हरियाणा में बिल्डर्स की मनमानी को देखते हुए हरियाणा सरकार में हरेरा का गठन किया था जिसमें बिल्डर्स कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद ही हरेरा उसे अप्रूवल देता है तो इसमें ऐसी क्या हरेरा ने खामियां छोड़ दी जो डीटीपी विभाग ने इसका लाइसेंस रद्द कर दिया। 300 बायर्स प्रदर्शन करने पहुंचेबायर्स नितिन खुराना, रिचा, सचिन कुमार, तरुण अग्रवाल, हेमिका खुराना सहित अन्य ने बताया कि माहिरा होम्स प्रोजेक्ट का लाइसेंस रद्द होने के बाद बुधवार को डीटीपी कार्यालय पर करीब 300 से ज्यादा बायर्स प्रदर्शन करने पहुंचे है। एसटीपी और डीटीपी प्रदर्शन कर रहे बायर्स से बात करने आए। दौरान बायर्स ने कहा की चार साल से जब काम चल रहा था तो विभाग ने उसको क्यों नहीं बंद करवाया। लेकिन जब सभी 1500 बायर्स ने फ्लैट की पूरी कीमत करीब 26 लाख दे दी , तभी डीटीपी विभाग ने बिल्डर का लाइसेंस रद्द कर दिया। डीटीपी कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे बायर्स ने अपनी जीवन भर की पूंजी फ्लैट खरीदने के लिए बिल्डर को दे दी । लेकिन प्रशासन या फिर कहिए हरियाणा सरकार के नाकारा सिस्टम की वजह से बायर्स अपने छोटे छोटे बच्चों को लेकर दर दर भटक रहे हैं। क्या बायर्स को इतने पैसे देने के बावजूद भी अपना फ्लैट मिल पाएगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा। बिल्डर के खिलाफ पहले से केस चल रहासीनियर टाउन प्लानर नरेंद्र सोलंकी से बात की गई तो उन्होंने बताया की माहिरा बिल्डर के पांच प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिसमे चार प्रोजेक्ट के बायर्स आए और उन्होंने अपनी समस्याएं बताई। हमको भी सारी बात समझने के बाद जो जो मदद प्रशासन की तरफ से जा सकती है उस का आश्वासन दिया है। इसके अलावा बिल्डर्स को हिदायत दी है। लेकिन ये 68 सेक्टर में बिल्डर के लाइसेंस रद्द का इश्यू आ गया है। इस बिल्डर के खिलाफ पहले से केस चल रहा है और इसकी अपील अभी पेंडिंग में थी। उसमें बिल्डर और डीटीपी दोनों ही पार्टी है। इसमें कोई समस्या किसी को आ रही है तो एक एसोसिएशन बनाकर आप अपनी समस्याएं सामने रखे , उसका समाधान भी निकाला जाएगा। इसके साथ साथ एसटीपी ने बड़े आराम से बायर्स से अपना पीछा छुड़ा लिया। Post navigation मानेसर में तेजी से खाली हो रहे स्लम बस्तियां, झुग्गियां, मकान गुरुग्राम में फाइनल मॉडल संयुक्त राष्ट्र (एमयूएन) सम्मेलन आयोजित