छात्रों ने देशों के प्रतिनिधि के तौर पर वैश्विक स्तर के मुद्दों पर की चर्चा.
वैश्विक स्तरीय समस्याओं व विकासात्मक मुद्दों पर चर्चा को एमयूएन बेहतर मंच.
वैश्विक नागरिक के रूप में ढालने के लिए इस अनूठे मंच का उपयोग करें

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। हरियाणा के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय विचारणीय मुद्दों के प्रति जागरूक करने व उनमें नेतृत्व के गुण विकसित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन गुरुग्राम और शिक्षा विभाग गुरुग्राम ने हरियाणा का पहला फाइनल मॉडल संयुक्त राष्ट्र (एमयूएन) सम्मेलन आयोजित किया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यह कार्यक्रम द डाइस  संगठन व एम3एम फाउंडेशन के सहयोग से केआर मंगलम विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया । मॉडल संयुक्त राष्ट्र (एमयूएन) संयुक्त राष्ट्र का एक अकादमिक अनुकरण है, जहां छात्र विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों की भूमिका निभाते हुए संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न समितियों के एक भाग के रूप में विभिन्न विकासात्मक मुद्दों पर चर्चा करते हैं।

सम्मेलन में गुरुग्राम के डीसी निशांत कुमार यादव ने कार्यक्रम के आयोजन से जुड़े सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में वैश्विक स्तर की समस्याओं व विकासात्मक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इससे बेहतर मंच कोई नही है। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों से अपील करते हुए कहा कि वे दुनिया भर से ज्ञान इकट्ठा करने और खुद को वैश्विक नागरिक के रूप में ढालने के लिए इस अनूठे मंच का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी इस मंच से मिले अनुभवों के माध्यम से अपने गांव की समस्याओं की पहचान कर उसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के साथ साथ उसके समाधान के सुझाव भी रखे ताकि उस दिशा में सार्थक कार्रवाई की जा सके। डीसी यादव ने कहा कि  जिला प्रशासन इस परियोजना के विस्तार के संबंध में एक विस्तृत योजना तैयार करने के लिए शामिल सभी हितधारकों के साथ चर्चा करेगा जिसके तहत परियोजना के अगले चरण में जिले के 50 स्कूलों में एमयूएन क्लबों की स्थापना की दिशा में कार्य करते हुए 750 से अधिक विद्यार्थियों को इस परियोजना के साथ जोड़ा जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र महासभा और यूनेस्को समितियों की मेजबानी
गुरुग्राम में आयोजित मॉडल संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के लिए जिले से लगभग 120 विद्यार्थियों  (12 स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले) का चयन किया गया था।  इन विद्यार्थियों को द डाइस ने प्रशिक्षित किया गया था और संयुक्त राष्ट्र और इसकी प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी प्रदान की गई थी।  इससे पूर्व ब्लॉक स्तरीय एमयूएन सम्मेलन आयोजित किए गए थे और 120 ब्लॉक स्तर के प्रतिनिधियों में से 70 को जिला स्तरीय फाइनल के लिए चुना गया था। सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र महासभा और यूनेस्को की 2 समितियों की मेजबानी की गई, जहां विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों के रूप में नियुक्त विद्यार्थियों ने शासन के सभी स्तरों पर महिलाओं के प्रतिनिधित्व और टिकाऊ अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के महत्व से संबंधित एजेंडा पर चर्चा की।

डीसी ने विजेताओं को किया सम्मानित
कार्यक्रम के समापन पर डीसी  यादव ने मॉडल संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र महासभा के श्रेष्ठ प्रतिनिधि के रूप में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सोहना की छात्रा भावना(भारत की प्रतिनिधि), हाई कमेंनडेशन के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जमालपुर की छात्रा कंचन(थाईलैंड की प्रतिनिधि), स्पेशल मेंशन के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भांगरौला के छात्र एरब(पाकिस्तान के प्रतिनिधि), सहित यूनेस्को सम्मेलन में श्रेष्ट प्रतिनिधि के रूप में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भौंडसी के छात्र हंसराज (स्पेन के प्रतिनिधि), हाई कमेंनडेशन के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भौंडसी के  छात्र हर्ष राज(इंडोनेशिया के प्रतिनिधि), स्पेशल मेंशन के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुरुग्राम की छात्रा मंजू(जापान की प्रतिनिधि) को उनके बेहतर प्रतिनिधित्व व  छात्रों को इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रसंशा पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. पायल कनोदिया, एम3एम फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. ऐश्वर्या महाजन, द डाइस के संस्थापक केशव गुप्ता सहित मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सुखदा भी उपस्थित रहे।

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