-बेहतर कनेक्टिविटी व मजबूत सड़क नेटवर्क से रखी जा रही है गुरुग्राम के सुनहरे भविष्य की नींव-विकास परियोजनाओं से पिछले 8 सालों में निरंतर बदल रहा है गुरुग्राम-मेट्रो विस्तार से घटेगी पश्चिमी दिल्ली से गुरुग्राम की दूरी-जिला में नए निवेश के लिए प्रवेश द्वार बनेगा दिल्ली -वडोदरा-मुम्बई एक्सप्रेस-वे-निरंतर बेहतर हो रही कनेक्टविटी से शहरी क्षेत्र का तेजी से हो रहा विस्तार-वर्ष 2023 में द्वारका एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से दिल्ली – गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक का दबाव होगा कमकेएमपी-केजीपी ने घटाई गुरुग्राम की अन्य राज्यों से दूरियां गुरूग्राम में 1000 एकड़ पर विश्व स्तर की ग्लोबल सिटी विकसित करने की दिशा में किया जा रहा है कार्य गुरुग्राम, 18 जुलाई। गुरु द्रोण के गांव से मिलेनियम सिटी और अब ग्लोबल सिटी बनने की ओर अग्रसर गुरुग्राम जिला में निरंतर बेहतर हो रहे सड़क नेटवर्क व मेट्रो कनेक्टिविटी से व्यापार में निवेश सहित औद्योगिक विस्तार की संभावनाओं को लगातार बल मिल रहा है। पिछले आठ वर्षों में प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले गुरुग्राम जिला में प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा धरातल पर उतारी जा रही कनेक्टिविटी की विभिन्न विकास परियोजनाओं के चलते आज गुरुग्राम निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। वहीं आम से लेकर खास वर्ग अपने सपनो का आशियाना बनाने के लिए गुरुग्राम को प्राथमिकता दे रहे हैं। -मेट्रो विस्तार से घटेगी पश्चिमी दिल्ली से गुरुग्राम की दूरी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की सोच है कि किसी भी क्षेत्र की आर्थिक विकास की गति को बनाए रखने में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का महत्वपूर्ण रोल होता है। इस विषय को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा गुरूग्राम में मैट्रो नेटवर्क में 37 किलोमीटर लंबाई की लाईन जोड़ते हुए इसका विस्तार करने की योजना पर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। इसमें से हुडा सिटी सैंटर मैट्रो स्टेशन से ओल्ड गुरूग्राम होते हुए साईबर सिटी तक लगभग 28.5 किलोमीटर लंबाई की मैट्रो लाईन बिछाने की परियोजना भारत सरकार के विचाराधीन है, जोकि स्वीकृति के अंतिम चरण में है। इसके अलावा, पालम विहार से दिल्ली के सेक्टर-21 तक लगभग 8.4 किलोमीटर लंबाई की लाईन बिछाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है जिस पर मुख्यमंत्री के समक्ष इस परियोजना के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जा चुकी है। यह नई प्रस्तावित लाईन मंजूर होने के बाद गुरूग्राम का काफी हिस्सा मैट्रो कनेक्टिविटी से कवर हो जाएगा। गुरुग्राम पालम विहार से सेक्टर-21 द्वारका तक प्रस्तावित मैट्रो लाईन बिछने से पश्चिमी दिल्ली और गुरूग्राम की दूरी घटने के साथ ही जिला की आर्थिक उन्नति को भी रफ्तार मिलेगी। यह प्रस्तावित नया मैट्रो रूट डीएमआरसी की ब्लू लाईन से जुडे़गा। इस प्रस्तावित मेट्रो कोरिडोर में सात स्टेशन होंगे ,जिनमें से चार स्टेशन गुरुग्राम जिला की सीमा में तथा तीन स्टेशन दिल्ली क्षेत्र में बनाने का प्रस्ताव है। गुरुग्राम जिला में ये स्टेशन -रेजांगला चौक, चोमा, सेक्टर 110ं तथा सेक्टर 111 में बनाए जाने र्प्रस्तावित हैं जबकि दिल्ली क्षेत्र में ये स्टेशन- द्वारका सेक्टर-28, द्वारका सेक्टर -25 में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (आईआईसीसी) और द्वारका सेक्टर -21 में बनाए जाएंगे । इस रूट में दो इंटरचेंज स्टेशन होंगे । पालम विहार का प्रस्तावित गुड़गांव मेट्रो कॉरिडोर (हुडा सिटी सेंटर से साइबर सिटी ) के साथ इंटरचेंज होगा। द्वारका सेक्टर -21, जो कि मौजूदा डीएमआरसी स्टेशन से अलग होगा, का ब्लू लाइन के साथ साथ एयरपोर्ट एक्सप्रेस कोरिडोर के साथ इंटरचेंज होगा। -जिला में नए निवेश का प्रवेश द्वार बनेगा दिल्ली -वडोदरा-मुम्बई एक्सप्रेस-वे- मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का मानना है कि बेहतर सड़के किसी भी प्रदेश की उन्नति का प्रमुख माध्यम होती है। ऐसे में गुरुग्राम के सोहना क्षेत्र से शुरू होकर मुंबई तक जानेवाला यह एक्सप्रेस -वे गुरुग्राम जिला में नई निवेश परियोजनाओं का प्रवेश द्वार बनकर उभरेगा। 1380 किलोमीटर लंबाई के इस एक्सप्रेस वे में हरियाणा में पड़ने वाले 160 किलोमीटर क्षेत्र पर ₹10400 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। हरियाणा में पड़ने वाले हिस्से में 6 स्थानों पर वे-साईड बनाई जाएंगी। इनमें यात्रियों के लिए सुविधाएं जैसे रिजोर्ट , रेस्टोरेंट , डोरमैट्री , अस्पताल, फूड कोर्ट, फयूअल स्टेशन आदि के अलावा ट्रको की पार्किंग आदि की सुविधाएँ होंगी। यही नहीं, कमर्शियल स्पेस ऑफ लॉजिस्टिक पार्क भी होंगे। एक्सप्रैस- वे पर दुर्घटना के पीड़ित व्यक्तियों को जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल में पहुंचाने के लिए हैलीकाप्टर एंबुलैंस सेवा भी उपलब्ध होगी। इसके साथ साथ गुरुग्राम से जयपुर व उससे आगे के शहरों का सफर करने वाले लोगों के लिए यह एक बेहतर विकल्प साबित होगा। -निरंतर बेहतर हो रही कनेक्टविटी से शहरी क्षेत्र का तेजी से हो रहा विस्तार जिला के प्रत्येक क्षेत्र में निरंतर बेहतर हो रही सड़क नेटवर्क कनेक्टिविटी से गुरुग्राम के शहरी क्षेत्र का तेजी से विस्तार हो रहा है। गुरुग्राम – अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर राजीव चौक से सोहना के बीच बनाए गए एक्सेस कंट्रोल हाईवे के शुरू होने से अब गुरुग्राम से सोहना की दूरी मात्र 20 मिनट रह गई है। यह उपरोक्त एक्सप्रेस-वे का ही प्रभाव है कि गुरुग्राम में खुद के आशियाने का सपना संजोए लोग अब सोहना क्षेत्र को प्राथमिकता दे रहे हैं। वहीं पटौदी क्षेत्र में निर्माणाधीन गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग 352डब्लू को ध्यान में रखते हुए रिहायशी सेक्टर के प्रमुख बिल्डर्स व डेवेलोपेर्स अब पटौदी क्षेत्र में विशेष रुचि दिखा रहे हैं। करीब 46 किलोमीटर लंबा यह राष्ट्रीय राजमार्ग अगले वर्ष नवंबर माह तक बनकर तैयार हो जाएगा। करीब ₹1524 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होने वाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर चार लेन होंगी। इसके साथ ही रोड के दोनों ओर सर्विस रोड़ का भी निर्माण किया जा रहा है। एनएचएआई द्वारा बनाए जा रहे इस प्रोजेक्ट की कुल लागत में से करीब ₹388 करोड़ रुपये जीएमडीए द्वारा वहन किए जाएंगे। आईएमटी मानेसर के नजदीक होने के चलते वहां काम करने वाले लोगों की रिहाइश के लिए यह क्षेत्र एक बेहतर विकल्प साबित होगा। -वर्ष 2023 में द्वारका एक्सप्रेस-वे के शुरू होने पर कम हो जाएगा दिल्ली – गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक का दबाव गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने व दिल्ली के द्वारका से गुरुग्राम की सीधी कनेक्टिविटी के लिए विकसित किया जा रहा द्वारका एक्सप्रेस-वे वर्ष 2023 में चालू हो जाएगा। पिछले दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने विभिन्न ट्वीट्स के माध्यम से इस प्रोजेक्ट के निर्माण की गति की जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के हिस्से में नदर्न पेरीफ़ेरल सड़क के रूप में जाने जाना वाला यह प्रोजेक्ट वर्ष 2023 में आमजन के लिए खोल दिया जाएगा। भारत में पहले एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेस-वे के रूप में विकसित किए जा रहे इस एक्सप्रेस-वे के पूरा हो जाने पर दिल्ली-जयपुर-अहमदाबाद-मुंबई से जो यात्री पश्चिमी दिल्ली का सफर तय करते है वे सीधे इस एक्सप्रेस-वे का उपयोग कर सकेंगे। श्री गडकरी ने कहा कि एनएच-48 पर पचास से साठ प्रतिशत ट्रैफिक को नए एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया जाएगा, जिससे सोहना रोड, गोल्फ कोर्स रोड और गोल्फ़ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। दिल्ली के द्वारका व गुरुग्राम को जोड़ने वाले इस मार्ग को ₹9 हजार करोड़ की लागत से विकसित किया जा रहा यह 16-लेन एक्सेस-कंट्रोल हाई-वे है जिसमें दोनों तरफ न्यूनतम 3-लेन सर्विस रोड का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि एक बार द्वारका एक्सप्रेस-वे पूरा हो जाने के बाद, यह द्वारका के सेक्टर 25 में आने वाले इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आईआईसीसी) तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा और सुरंग के माध्यम से आईजीआई हवाई अड्डे को वैकल्पिक कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा। -केएमपी-केजीपी ने घटाई गुरुग्राम की अन्य राज्यों से दूरियां राष्ट्रीय राजधानी के नजदीक होने के चलते गुरुग्राम को समय समय पर इसका प्रमुख लाभ मिलता रहा है। दिल्ली से होकर बाहरी राज्यो में जाने वाले वाहनों का दबाव कम करने के लिए बनाए गए केएमपी-केजीपी ने गुरुग्राम की अन्य राज्यो से दूरियां कम करने में अहम भूमिका निभाई है। कोई भी निवेशक निवेश से पूर्व उस क्षेत्र की अन्य राज्यों से कनेक्टिविटी को ध्यान में अवश्य रखता है। ऐसे में आईएमटी के नजदीक होने के चलते निवेशकों का उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व पंजाब सहित अन्य राज्यों में माल पहुँचाने या माल मंगाने में काफी सुलभता हुई है। इसके साथ ही गुरुग्रामवासियो की उत्तर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुँच बनाने में भी केएमपी व केजीपी काफी सफल रहा है। इसके इस्तेमाल से चंडीगढ़, मेरठ, रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश, मसूरी, नैनीताल, शिमला, आगरा, मथुरा सहित अन्य स्थानों का सफर आप कुछ ही घण्टो में तय कर सकते हैं। गुरूग्राम में 1000 एकड़ पर विश्व स्तर की ग्लोबल सिटी विकसित करने की दिशा में किया जा रहा है कार्य गुरुग्राम में शहर के भीतर शहर यानी मिलेनियम सिटी को ग्लोबल सिटी बनाने के लिए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में गंभीरता से प्रयास किए जा रहे है। प्रोजेक्ट की महत्ता को देखते हुए मुख्यमंत्री स्वयं देश के प्रमुख डेवेलोपेर्स व निवेशकों के साथ दो फेज की बैठकें कर चुके हैं। गुरुग्राम की वैश्विक स्तर की पहचान को नई बुलंदियों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का कहना है कि वैसे तो हरियाणा का गुरूग्राम शहर विश्वभर के निवेशकों का आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है परंतु ग्लोबल सिटी विकसित होने के बाद यहां और भी ज्यादा निवेशक आएंगे।ग्लोेबल सिटी गुरूग्राम में एनपीआर और सीपीआर के बीच लगभग 1000 एकड़ भूमि पर विकसित करने की योजना है। उसमें बड़े व छोटे प्लाटों की सारी योजना बनाई जाएगी ताकि बड़े बिजनेस मैन उसमें आएं। जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव का कहना है कि जिला में बेहतर कनेक्टिविटी से निवेशकों सहित शहर की बढ़ती आबादी का नए क्षेत्रों में आकर्षण बढ़ रहा है । जिला के बाहरी क्षेत्रों में जमीन और रिहायश के दाम पुराने शहरों की अपेक्षा कम हैं। उन्होंने कहा कि जिला में नई रिहायशी व औद्योगिक विकास की परियोजनाओं के शीघ्र सफल होने व निरंतर बेहतर हो रही कनेक्टिविटी से जिला के सम्पूर्ण क्षेत्र में विकास के विस्तार की संभावनाएं ज्यादा प्रबल हैं, जिससे लोगों के सामाजिक जीवन में निश्चित ही बदलाव आएगा। Post navigation “शब्द शिल्पी वागीश ” पुस्तक लोकार्पित स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 में जिला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 38 विद्यालयों को उपायुक्त ने किया सम्मानित