लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित किया गया था सम्मान समारोह, उपायुक्त ने विजेता विद्यालयों को दी शुभकामनाएं

गुरूग्राम, 18 जुलाई। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आज गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 में जिला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 38 विद्यालयों को लघु सचिवालय स्थित सभागार में सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने जिला के सभी विद्यालय प्रमुखों का आह्वान करते हुए कहा कि वे भविष्य में अपने विद्यालयों को और अधिक स्वच्छ बनाएं ताकि जिला के विद्यालयों को और अधिक सुंदर बनाया जा सके।

यह कार्यक्रम लघु सचिवालय स्थित कान्फ्रेंस हॉल में आयोजित किया गया था जिसमें कई विद्यालयों के प्रधानाचार्य, स्कूल इंचार्ज, हैड सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन जिला परियोजना संयोजक (समग्र शिक्षा) श्रीमती कल्पना रंगा की देखरेख में किया गया था। इस कार्यक्रम में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती शशि अहलावत भी उपस्थित रही।

गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने इस अवसर पर उपस्थित स्कूलों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला में राजकीय विद्यालयों की संख्या 500 से अधिक है और अगर निजी विद्यालयों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो यह आंकड़ा अपेक्षाकृत कहीं अधिक है। उन्होंने जिला में विद्यालयों की स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए भागीदारी की सराहना की और कहा कि जिला में इस पुरस्कार के लिए विद्यालयों ने स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का परिचय देते हुए भाग लिया, जोकि हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक महत्वपूर्ण विषय है और जब विद्यालय इस मुहिम से जुड़े हो तो इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने विभिन्न विद्यालयों से आए विजेताओं प्रमुखों को शुभकामनाएं दी और कहा कि वे भविष्य में भी निरंतरता बनाए रखते हुए विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें तथा अगली बार इस प्रतिस्पर्धा में और ज्यादा सुधार के साथ भागीदारी करें। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों को इस बार पुरस्कार नही मिला है वे निराश ना हो बल्कि भविष्य के लिए प्रयास करें। उन्होंने इस अवसर पर विद्यालयों से आए प्रतिनिधियों को अपने प्रशंसा पत्र तथा शील्ड भंेंट की।

कार्यक्रम में जिला परियोजना संयोजक समग्र शिक्षा कल्पना रंगा ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस पुरस्कार के लिए तीन अलग-2 चरणों में स्वच्छता के आधार पर विद्यालयों का चयन किया गया था। प्रथम चरण में इस पुरस्कार के लिए जिला के 225 विद्यालयों द्वारा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया था। दूसरे चरण में संबंधित क्षेत्रों के एबीआरपी तथा बीआरपी द्वारा विद्यालयों की फिजिकल वैरिफिकेशन करते हुए उन्हें अंक दिए गए। तीसरे व अंतिम चरण में संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी तथा जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालयों की वैरिफिकेशन करते हुए उन्हें रैंकिंग दी गई जिसमें 8 विद्यालयों का चयन ओवरआल श्रेणी में किया गया जिसमें 6 शहरी क्षेत्र तथा 2 ग्रामीण क्षेत्र के शामिल थे। इसी प्रकार, 30 विद्यालयों का चरण इस पुरस्कार में सब-केटेगरी के तहत किया गया जिनमें से 18 ग्रामीण क्षेत्र तथा 12 शहरी क्षेत्र में है। उन्होंने बताया कि 18 ग्रामीण क्षेत्रो में से 12 प्राथमिक शिक्षा तथा 6 विद्यालय माध्यमिक शिक्षा तथा 12 शहरी क्षेत्रो में से 6 प्राथमिक शिक्षा तथा 6 माध्यमिक शिक्षा के विद्यालय शामिल है। इस प्रकार , आज इस पुरस्कार के तहत अलग-2 श्रेणियों में 38 विद्यालयों का चयन करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया।

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