श्रमिकों के निलंबन व सामूहिक मांगपत्र पर कार्यवाही न होने से श्रमिक काम छोडक़र बैठे धरने पर
गुडग़ांव, 14 जुलाई (अशोक) : श्रम विभाग से श्रमिकों की वार्ता विफल हो जाने के बाद वीरवार को आईएमटी मानेसर स्थित नपीनो ऑटो के श्रमिक लंबित पड़े सामूहिक मांगपत्र व 6 श्रमिकों के निलंबन को लेकर कार्य स्थल पर ही काम बंद कर हड़ताल पर बैठ गए। श्रमिक यूनियन के प्रधान नरेश कुमार व महासचिव परशुराम का कहना है कि यूनियन प्रबंधन से मांग करती आ रही है कि उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाए, लेकिन प्रबंधन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। जब तक प्रबंधन श्रमिकों की लंबित पड़ी मांगों व विवादों का समाधान नहीं कर देती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
उनका कहना है कि श्रमिकों को मजबूर होकर यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने श्रम विभग पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि श्रम विभाग भी उन्हें न्याय दिलाने में विफल रहा है। श्रमिकों ने फैसला लिया है कि बिना आंदोलन के सिवाय अब कोई रास्ता नहीं है। समझौता वार्ता में प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी नहीं आते। लेकिन श्रम विभाग इस बारे में उनसे कोई पूछताछ कभी भी नहीं करता।
उधर एटक के जिला महासचिव अनिल पंवार व एटक के प्रदेशाध्यक्ष कामरेड बलदेव सिंह घनघस ने आंदोलनकारी श्रमिकों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि श्रमिक अपने आपको अकेला न समझें। एटक उनके हर आंदोलन में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कंपनी प्रबंधन व श्रम विभाग से भी आग्रह किया है कि श्रमिकों की समस्याओं का अतिशीघ्र समाधान कराया जाए, ताकि औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिक अशांति को फैलने से रोका जा सके। यदि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी प्रबंधन व श्रम विभाग की ही होगी।