– निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा द्वारा गठित टीमों ने अब तक 405 उल्लंघनकर्ताओं पर 377500 रूपए का जुर्माना लगाने सहित 980 किलोग्राम प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक किया जब्त गुरूग्राम, 14 जुलाई। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध के बारे में सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना प्रभावी ढ़ंग से की जा रही है। निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा द्वारा गठित टीमें निगम क्षेत्र के विभिन्न बाजारों एवं मंडियों में लगातार दबिश दे रही हैं तथा प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं की बिक्री, उपयोग एवं भंडारण करने वालों पर कार्रवाई कर रही हैं। नगर निगम गुरूग्राम के अतिरिक्त आयुक्त जयदीप कुमार के मार्गदर्शन में सिंगल यूज प्लास्टिक पर कार्रवाई करने हेतु 7 विशेष टीमें क्षेत्र में लगातार दौरा कर रही हैं। टीमों द्वारा अब तक 980 उल्लंघनकर्ताओं पर 377500 रूपए का जुर्माना लगाया गया है तथा 980 किलोग्राम प्रतिबंधित प्लास्टिक को जब्त करने की कार्रवाई की गई है। – जोन-1 में 172 उल्लंघनकर्ताओं पर 85500 रूपए जुर्माना तथा 95 किलोग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक को जब्त किया गया है– जोन-2 में 115 उल्लंघनकर्ताओं पर 62000 रूपए जुर्माना तथा 125 किलोग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त– जोन-3 में 115 उल्लंघनकर्ताओं पर 156500 रूपए जुर्माना व 420 किलोग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त– जोन-4 में 118 उल्लंघनकर्ताओं पर 73500 रूपए जुर्माना व 340 किलोग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा द्वारा गुरूग्राम के सभी मार्केट एसोसिएशनों, दुकानदारों, फल-सब्जी विक्रेताओं एवं नागरिकों से आह्वान किया गया है कि वे सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना करें। नियम के तहत प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल ना करें और दूसरों को भी इस बारे में प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक हमारे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है। सभी लोग स्वेच्छा से इसका बहिष्कार करें तथा अपने स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को बेहतर बनाने में योगदान दें। हम सभी को साथ मिलकर अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए प्लास्टिक फ्री स्वच्छ एवं स्वस्थ गुरूग्राम बनाने में सहयोग करना चाहिए। Post navigation 2 हजार करोड़ से तैयार सोहना एलिवेटेड हाईवे का शुभारंभ 19 को – राव इंद्रजीत श्रमिकों के निलंबन व सामूहिक मांगपत्र पर कार्यवाही न होने से श्रमिक काम छोडक़र बैठे धरने पर