भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। सोहना नगर परिषद की नवनियुक्त चेयरमैन अंजू देवी के आठवीं के सर्टिफिकेट पर संशय बना हुआ है कि वह असली है या नकली और संशय भी इतना बड़ा कि हाई कोर्ट ने उसकी इंक्वायरी के आदेश भी उपायुक्त को दिए तथा पद ग्रहण करने पर रोक लगा दी।

ज्वलंत प्रश्न है कि इनका नामांकन करते समय यहां के चुनाव प्रभारी असीम गोयल, विधायक संजय सिंह और जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ भी उपस्थित थे और यह स्पष्ट नजर आता है कि जब प्रत्याशी आठवीं पास है तो उसका नामांकन पत्र अवश्य इन सबने भी देखा होगा। 

बड़ा प्रश्न यह कि क्या अंजू  देवी ने इन सबकी आंखों में धूल झोंकी या इन सबको ज्ञात हो गया था कि सर्टिफिकेट नकली है? परंतु फिर भी इनकी सोच यह रही कि हम तो सत्तारूढ़ पार्टी हैं, कौन पूछता है।

दोनों स्थितियां चिंताजनक नजर आती हैं। यदि अंजू देवी ने भाजपा हाईकमान को धोखा दिया तो भाजपा हाईकमान को ऐसे धोखेबाज भाजपाई को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। और यदि भाजपा संगठन की जानकारी में था तो यह सत्तारूढ़ भाजपा की नीयत पर सवाल खड़े करता है। 

अब देखना यह है कि हाई कोर्ट इस प्रमाण पत्र को असली मानता है या नकली।

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