-सीएम मनोहर लाल गुुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में युनिवर्सिटी की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे
– अंत्योदय मेलों में भी युनिवर्सिटी में चलाए जा रहे कोर्सों के बारे में लाभार्थियों को दी जाएगी जानकारी

गुरूग्राम , 20 जून। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने श्री विश्वकर्मा स्किल युनिवर्सिटी को प्रदेश के अन्य जिलों में एक्सटेंशन सेंटर खोलने के निर्देश दिए हैं। इन सेंटरों में युवाओं का स्किल निखारने के लिए युनिवर्सिटी की तर्ज पर रोजगारोन्मुखी कोर्स चलाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री सोमवार को गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में देश की पहली हरियाणा में बनाई गई श्री विश्वकर्मा स्किल युनिवर्सिटी की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में युनिवर्सिटी के कुलपति राज नेहरू व उनके स्टाफ के अलावा, गुरूग्राम के मंडल आयुक्त राजीव रंजन भी उपस्थित थे।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज के आधुनिक युग में अब स्किल का दौर है। अब पहले वाली थ्री-आर शिक्षा का महत्व नही रहा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के बाद उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने पर जोर देना होगा। इसके लिए जिस प्रकार के रोजगारोन्मुखी कोर्स श्री विश्वकर्मा स्किल युनिवर्सिटी में चलाए जा रहे हैं वैसे ही कोर्स अन्य जिलों में चलाने के लिए युनिवर्सिटी अपने एक्सटेंशन सेंटर खोलें। गुरूग्राम व पलवल जिलों के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में भी युवाओं का स्किल निखारने की जरूरत है। उन जिलों में खाली पड़े सरकारी भवनों की पहचान करके वहां पर सेंटर चलाए जा सकते हैं। यही नहीं, उन जिलों में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी स्किल युनिवर्सिटी अपने साथ जोड़े और उन्हें एफिलिएशन दे। मुख्यमंत्री ने रोजमर्रा के जीवन में आवश्यक स्किल जैसे -इलैक्ट्रिशियन , पलंबर, रेफ्रिजिरेटर , वॉशिंग मशीन , एसी आदि रिपेयर करने वाले कोर्स करवाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ये शॅार्ट टर्म के कोर्स करके युवा अपनी आजीविका अच्छे से कमा सकते हैं तथा परिवार की आय बढ़ा सकते हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री ने युनिवर्सिटी प्रशासन को इनके यहां से निकलने वाले विद्यार्थियों का डाटा तैयार करने और उनको ट्रैक करने की भी हिदायत दी और कहा कि केवल सफल विद्यार्थियों का ही डेटा ना रखें बल्कि युनिवर्सिटी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी जो युवक-युवतियां कुछ नही कर पा रहे हैं , उन पर भी ध्यान दें। उन्होंने यह भी कहा कि इन सभी विद्यार्थियों के परिवार पहचान पत्र का रिकॉर्ड भी रखें।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एक लाख रूप्ये वार्षिक से कम आय वाले परिवारों की आय बढ़ाने में उनकी मदद करने के उद्देश्य से प्रदेश में जगह-जगह मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत अंत्योदय मेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने इच्छा जताई कि स्किल युनिवर्सिटी की ओर से प्रतिनिधि इन मेलों में जाकर लाभार्थियों को बताएं कि स्किल युनिवर्सिटी में ये रोजगारोन्मुखी कोर्स चलाए जा रहे हैं जिनमें से अपनी रूचि का कोर्स चुनकर वे कहीं नौकरी प्राप्त करने या स्वरोजगार शुरू करने लायक बन सकते हैं। उन्होंने युनिवर्सिटी प्रशासन से यह भी कहा कि वह बाजार में मांग के अनुरूप युवाओं को स्किल अपग्रेडेशन के कोर्स करवाएं और उनके बारे में लगातार प्रचार प्रसार भी करवाएं।

बैठक में युनिवर्सिटी के कुलपति राज नेहरू ने बताया कि युनिवर्सिटी कैंपस का निर्माण पलवल जिला के गांव दुधौला में 6 पैकेज में किया जा रहा है। अब तक 267.64 करोड़ रूप्ये की राशि खर्च की जा चुकी है और परियोजना की स्वीकृति के अनुसार 158.15 करोड़ रूप्ये की बकाया राशि की आवश्यकता है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 425 करोड़ रूप्ये खर्च होंगे। उन्होंने बताया कि युनिवर्सिटी परिसर में ओलंपिक स्टैंडर्ड का स्पोटर्स कॉम्पलैक्स बनाया जा रहा है जो रेजिडेंशियल होगा। इसमें स्टेडियम, जिमनेजियम ,स्वीमिंग पूल आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा, ऑडिटोरियम व कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जा रहा है जिसमें लगभग 1500 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता होगी और उसे अस्थाई पार्टिशन लगाकर छोटा या बड़ा किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष-2022-23 में युनिवर्सिटी में 34 कोर्सिज में 983 विद्यार्थियों को दाखिला दिया गया है जिसमें डिप्लोमा , डिग्री और स्नातकोत्तर कोर्स शामिल हैं। इनमें तीन महीने से लेकर 3 साल तक की अवधि के कोर्स करवाए जा रहे हैं। पुराने विद्यार्थियों को मिलाकर इस समय लगभग 2500 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि युनिवर्सिटी से तीन संस्थान संबंद्ध हैं और 16 अन्य शिक्षण संस्थानों में संबंद्धता के लिए आवेदन किया है।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने कुलपति राज नेहरू तथा डा सी के गरियाली द्वारा जम्मू कश्मीर के लोक साहित्य पर लिखी गई पुस्तक – कथासतिसागर का भी विमोचन किया।

इस अवसर पर गुरूग्राम के मंडल आयुक्त राजीव रंजन के अलावा, युनिवर्सिटी से प्रोफेसर ज्योति , प्रोफेसर ऋषिपाल , प्रोफेसर निर्मल सिंह , प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव , प्रोफेसर रंजीत सिंह तथा प्रोफेसर सुरेश कुमार भी उपस्थित थे।