500 परिवारों में जाकर, लोगों को उचित पोषण के महत्व एवं इसकी उपयोगिता के प्रति जागरूक कियाकुलपति ने सर्वे कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कियाकुपोषण मुक्त समाज के निर्माण में जन-जागरूकता महत्वपूर्ण : कुलपति बुधबार 15 जून को गुरुग्राम विवि.और राष्ट्रीय सेवा भारती के संयुक्त तत्वाधान में सुपोषित भारत सर्वे कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस सर्वे कार्यक्रम के दौरान गुरुग्राम विवि. के जन स्वास्थ्य विभाग के छात्रों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया । इस अभियान के तहत गुरुग्राम विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय सेवा भारती, गुरुग्राम ने मिलकर गुरुग्राम की 5 गरीब बस्तियों (वज़ीराबाद,जलविहार,रविनगर,कन्हैई, प्रेमनगर) में जाकर अधिक से अधिक शिशुओं ,बच्चों ,किशोरियों और स्त्रियों को कुपोषण संबंधित रोगों से मुक्त कराने के लिए वहां का सर्वे किया और साथ ही आम लोगों को उचित पोषण के महत्व के प्रति जागरूक करते हुए कुपोषण संबंधित रोगों से मुक्त होने के लिए सुझाव दिए । इस मौके पर गुरुग्राम विवि के छात्र काफी जोश में दिखे । जीयू के छात्रों ने पूरी ऊर्जा के साथ रा. सेवा भारती के स्वयंसेवको के साथ मिलकर एक बस्ती में 100 परिवारों का सर्वे करते हुए कुल 500 परिवारों में जाकर उचित पोषण के महत्व एवं इसकी उपयोगिता के प्रति जागरूक किया । बता दे कि सुपोषित भारत की परिकल्पना को लक्षित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2018 में पोषण अभियान की शुरूआत की थी। अभियान का मुख्य उद्देश्य जन -आंदोलन और जन भागीदारी से कुपोषण को मिटाना है। जीयू के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सर्वे कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । इस अवसर पर गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि कुपोषण मुक्त समाज के निर्माण में जन-जागरूकता महत्वपूर्ण है ,हमारे आसपास कई ऐसे खाद्य पदार्थ मौजूद है जो उचित पोषण के लिहाज से महत्वपूर्ण है लेकिन जानकरी के अभाव में दैनिक खान-पान में इसका समुचित प्रयोग नहीं हो पा रहा है, इसे लेकर लोगों को विभिन्न स्तर पर जागरूक करने की जरूरत है ताकि उचित पोषण को बढ़ावा दिया जा सके । इस अवसर पर डॉ. अशोक खन्ना, डॉ.अशोक दिवाकर,रामकुमार, एवं विवि. के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे । Post navigation गुरुग्राम से किसानों का प्रतिनिधिमंडल मेघालय के गवर्नर सत्यपाल सिंह मलिक से मिला लॉरेंस बिश्नोई और काला जेठड़ी बन गए ’कुबेर का खजाना’