हरियाणा में रिटर्निग ऑफिसर आर.के नांदल ने नोटिंग की है कि उन्होंने विडियो में वोट दिखाए जाने का कोई साक्ष्य नहीं पाया, लिहाज़ा शिकायत खारिज की जाती है।।
मैंने 7 बार राज्यसभा के लिए वोट डाला है, मैं दिग्विजय को वोट दिखाउंगी क्या- किरण चौधरी
ये गलत है कि घंटो बीतने के बाद भी काउंटिंग नहीं हो रही है: किरण
चुनाव भी सही ढंग से संम्पन्न नहीं होने दिए जा रहे हैं: किरण चौधरी

भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। आज प्रात: से राजनैतिक प्रेमियों की नजर राज्यसभा चुनाव पर टिकी हुई थी। चुनाव समय पर आरंभ हुए लेकिन माहौल आरंभ से ही गरमा गया, जिसका परिणाम यह निकला कि पांच बजे गिनती होनी थी, अभी तक आरंभ भी नहीं हुई है। दोनों ही दलों ने राष्ट्रीय चुनाव आयोग से शिकायत कर रखी है। वहां से गिनती का आदेश मिलने पर ही गिनती होगी। 

चुनाव में किरण चौधरी और बी बी बतरा ने जब वोट डाले तो राज्यसभा उम्मीदवार कार्तिकेय ने शिकायत की कि जिन्होंने अपना वोट सबको दिखा दिया है और पोलिंग एजेंट को दिखाया नहीं। अत: यह वोट रद्द होने चाहिए। फिर उसके बाद भाजपा भी साथ आ गई। दूसरी ओर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। तात्पर्य यह कि हरियाणा के चुनाव अधिकारी से दोनों ही दल संतुष्ट नहीं हैं।

महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने अपना रूख स्पष्ट करते हुए कहा कि वह किसी उम्मीदवार को वोट नहीं डालेंगे। उनका कहना था कि भाजपा तो प्रदेश की जनता की हितैषी है नहीं, कार्तिकेय को मैं जानता नहीं और कांग्रेस ने बाहर का उम्मीदवार खड़ा किया है। क्या हरियाणा में कोई उम्मीदवार नहीं था? किसी किसान हितैषी को उम्मीदवार बनाते तो मैं अवश्य उसे वोट देता। साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाए कि चुनाव में धन-बल का प्रयोग हो रहा है।

इसी प्रकार के आरोप पूर्व सांसद, मंत्री हरियाणा के दिग्गज नेता चौ. बीरेंद्र सिंह ने भी लगाए और स्मरण रहे कि अभय चौटाला ने भी आरोप लगाए थे कि जजपा ने हॉर्स ट्रेडिंग को कार्तिकेय को उम्मीदवार घोषित किया है लेकिन अब अभय चौटाला ने घोषित कर कार्तिकेय को वोट दिया है।

कुलदीप बिश्नोई के वोट पर अब भी असमंजस बरकरार है। सूत्रों के अनुसार उनकी आज कांग्रेस हाईकमान से बैठक होनी थी। वह कैंसिल कर दी गई।

बलराज कुंडू की वोट न डालने की घोषणा करने के पश्चात बलराज कुंडू को मनाने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और हरियाणा गृहमंत्री अनिल विज उसको अपने पक्ष में वोट डालने को कहने के लिए गए लेकिन कुंडू अपने फैसले पर अटल रहे। यह माना जा रहा है कि सभी निर्दलियों ने वोट कार्तिकेय को दिए हैं।आज प्रात: से ही भाजपा के मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं से ब्यान बार-बार आ रहे थे कि हम दोनों सीट जीतेंगे लेकिन चुनाव की वोट करने पश्चात किसी भाजपाई नेता का ऐसा ब्यान अभी तक मैंने कहीं देखा-सुना नहीं है।

वर्तमान में स्थिति वहीं की वहीं है। पता नहीं कार्तिकेय जीतेंगे या अजय माकन। सारा दारोमदार शायद किरण चौधरी और बीपी बतरा के वोटों पर है। भाजपा इन मतों को कैंसिल कराने के लिए चुनाव आयोग जा चुकी है। उनकी ओर से मुख्तार अब्बास नकवी अपनी टीम के साथ चुनाव आयोग गए थे। वह हरियाणा की ही नहीं अपितु राजस्थान की भी शिकायत लेकर गए थे। राजस्थान में बड़ी खबर यह है कि हरियाणा से सांसद सुभाष चंद्रा को जो भाजपा ने राजस्थान से लड़ाया था, वह चुनाव हार गए।अब गिनती की बात राष्ट्रीय चुनाव आयोग के हाथ है। वह कब फैसला देंगे, सीसीटीवी फुटेज देखकर फैसला देंगे या किसी और तरीके से जांच करेंगे, यह उनका विषय है। सीधी बात यह है कि जब वह गिनती का आदेश देंगे, उसके पश्चात ही फैसला हो पाएगा कि दोनों पार्टियों के सम्मान का प्रतीक बनी यह सीट किसको मिलती है?

मेरे अनुमान से गिनती में तो सारे दस मिनट भी नहीं लगेंगे। उसके बाद ही पता लगेगा कि सीट किसको गई, किसने किस-किस को वोट दी। अर्थात संभव है कि कुछ नकाब और उतरें।

इस चुनाव परिणाम से भाजपा की हरियाणा सरकार की साख जुड़ी हुई है, क्योंकि इसकी जीत के दावे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, गृहमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष अर्थात सभी आए गए, ने किए थे।

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