चरखी दादरी जयवीर फोगाट

02 जून,श्रीबालानाथ योगाश्रम के संचालक आचार्य देवी सिंह ने आईटीआई बलाली में सभी युवाओं को नशे से व कुसंग से दूर रहने का संकल्प करवाते हुए कहा कि संस्कार विहीन व्यक्ति समाज में जितने बड़े पद पर होगा उतना ही अधिक भ्रष्टाचारी, रिश्वत खोर होगा। आज की इस आर्थिक दौड़ में मानव मानवता को भूल कर सभी नाते-रिश्ते को छोड़कर केवल और केवल पैसा कमाने की होड़ में लगा हुआ है। चाहे वह उचित अनुचित तरीके से कमाया जाए। 

उन्होंने युवाओं को व्यवहार कुशल बनने की प्रेरणा देते हुए कहा कि प्रकृति का एक अटल नियम है कि जो हम दूसरों को देंगे वहीं लौट कर हमारे पास आता है। सम्मान देंगे, सम्मान मिलेगा, नफरत व घृणा करेंगे तो हमें नफरत घृणा ही मिलेगी। अतः सबसे प्रेम से रहे। सब को यथा योग सम्मान देवे। उन्होंने युवाओं से कहा कि मनुष्य वही बन जाता है जैसे उसके विचार होते है। अतः कभी अपने प्रति हीन भाव नहीं लाने चाहिए, सदैव शुद्ध पवित्र व उच्चे विचारों से ओत प्रोत रहे। उन्होंने कहा कि युवा सदा हंसमुख व फूलसा खिला रहना चाहिए। नौजवान सदा व्यस्त व मस्त रहे। चाहे कितनी ही विपरीत स्थिति क्यों ना आ जाए, उसे अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए। 

इस अवसर पर आश्रम सचिव मॉ. नरेश ने युवाओं को योग के बारे में बताया तथा विश्व योग दिवस की तैयारी के लिए बच्चों को तैयार किया। शिक्षक जयपाल ने युवाओं को सभी शिक्षाओं को जीवन में धारण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जीवन में अमलता लानी आवश्यकता है क्योंकि बिना शिक्षा व ज्ञान के मनुष्य पशु समान है। कोई भी ज्ञान तभी उपयोगी है जब हम उसको जीवन में ढ़ाल लेते है। इस दौरान युवाओं ने सभी नशा से कुसंग से दूर रहने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर आचार्य देवी सिंह व पूरे स्टॉफ ने युवाओं को माता-पिता, बुजुर्ग सेवा व सम्मान सहित सभी नशों से दूर रहने का आह्वान किया व सभी प्रकार की कुसंग से दूर रहने का संकलप कराया। इस अवसर पर स्टॉफ के सदस्यों का पूरा सहयोग रहा।

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