भारत सारथी/ कौशिक चंडीगढ़ । हरियाणा में हो रहे निकाय चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी के लिए नई मुश्किल खड़ी हो गई है. कांग्रेस ने निकाय चुनाव में पार्टी सिंबल नहीं इस्तेमाल करने का फैसला किया है. पार्टी के इस फैसले का दिग्गज नेता किरण चौधरी ने विरोध किया है. किरण चौधरी के अलावा पार्टी के दो और विधायकों ने भी सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के खिलाफ हैं. हरियाणा में 8 नगर परिषद और 28 नगर कमेटियों के चुनाव 19 जून को होने जा रहे हैं. कांग्रेस के राज्य मामलों के प्रभारी विवेक बंसल की बुलाई गई मीटिंग में किरण चौधरी ने कहा कि पार्टी को अपने सिंबल पर ही चुनाव लड़ना चाहिए. किरण चौधरी ने कहा कि पार्टी को सिंबल पर चुनाव लड़ने से भागना नहीं चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा, ”जब दूसरे दल अपने सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं, तो फिर हम इससे क्यों भाग रहे हैं. मैंने पार्टी मीटिंग में नारनौल, चरखी दादरी और भिवानी में जीत दिलाना का जिम्मा लिया. दूसरे नेताओं को भी अपने क्षेत्रों इस तरह से जिम्मा लेना चाहिए.” प्रदेश अध्यक्ष ने किया यह दावा असंध से कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह ने भी पार्टी को अपने सिंबल पर चुनाव लड़ने की सलाह दी. बहादुरगढ़ से कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह जून भी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ने के हक में हैं. लेकिन हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि सभी नेताओं की सलाह पर ही सिंबल के बिना ही चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है. उदय भान ने कहा, ”पहले भी पार्टी बिना सिंबल के चुनाव लड़ती आई है. यह नया नहीं है. हम आगे चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ेंगे.” Post navigation जो सरकार ओबीसी आरक्षण में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रही हो, वो ओबीसी वर्ग की हितैषी कैसे ? विद्रोही कानून में प्रावधान न होने बावजूद नगर निकाय चुनावों के उम्मीदवारों से मांगा जा रहा संबधित नगर पालिका/परिषद से जारी एन.डी.सी.