भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा के 16 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पार्टी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कर्नाटक से और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को महाराष्ट्र से अपना उम्मीदवार बनाया है. पार्टी ने रविवार को 8 राज्यों (कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, बिहार एवं हरियाणा) से अपने 16 उम्मीदवारों की घोषणा की है. इनमें 5 महिला हैं. भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की मंजूरी मिलने के बाद राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव 2022 के लिए पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की. मध्यप्रदेश से कविता पाटीदार को उम्मीदवार बनाया गया है. कर्नाटक से निर्मला सीतारमण और जग्गेश को भाजपा ने उतारा है. महाराष्ट्र से पीयूष गोयल और डॉ अनिल सुखदेवराव बोंडे भाजपा के उम्मीदवार होंगे, जबकि राजस्थान से घनश्याम तिवारी को पार्टी ने टिकट दिया है. उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 6 उम्मीदवारों की भाजपा ने घोषणा की है. जिन लोगों को राज्यसभा का टिकट मिला है, उनके नाम डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी, डॉ राधामोहन अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव हैं. उत्तराखंड से डॉ कल्पना सैनी को टिकट दिया गया है. बिहार में भाजपा ने दो उम्मीदवार दिये हैं. इनके नाम सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल हैं. हरियाणा से कृष्ण लाल पंवार को टिकट दिया गया है. 31 मई को नामांकन की आखिरी तारीख उल्लेखनीय है कि 15 राज्यों की 57 सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होना है. उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा 11 सीटें खाली हो रही हैं. इनमें से 6 सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. 31 मई को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है. 1 जून को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी. 3 जून तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले पायेंगे. 10 जून को सुबह 9 बजे से शाम के 4 बजे तक वोटिंग होगी. इसके बाद 10 जून को ही शाम 5 बजे से मतगणना शुरू होगी. जानें किस राज्य की कितनी सीट पर होनी है वोटिंग आंध्रप्रदेश की 4, बिहार की 5, छत्तीसगढ़, हरियाणा, तेलंगाना और झारखंड की 2-2, मध्यप्रदेश एवं ओड़िशा की 3-3, कर्नाटक और राजस्थान की 4-4, महाराष्ट्र और तमिलनाडु की 6-6, उत्तर प्रदेश की 11 एवं उत्तराखंड की 1 सीट के लिए चुनाव कराये जा रहे हैं. Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूग्राम की हरियाणा प्रगति रैली में दी 2711 करोड़ रूप्ये के विकास कार्यों की सौगातें आम आदमी पार्टी की सरकार की मुफ्त सुविधाओं की नीतियों के खिलाफ मनोहर लाल खट्टर का जनसमर्थन जुटाना शुरू