मामला 15 करोड़ रुपए के फर्जी बिलों के जीएसटी रिफंड का

हवन-यज्ञ का आयोजन कर जीएसटी कार्यालय पर चल रहे धरने को किया समाप्त
गिरफ्तार किए गए दोनों सीए को न्याय दिलाने के लिए जारी रहेगी कानूनी लड़ाई
सीबीआई से जांच कराने की मांग पर अड़े हुए हैं सीए

गुडग़ांव, 27 मई (अशोक): फर्जी बिलो के आधार पर 15 करोड़ रुपए के रिफंड के मामले में 2 चार्टेड अकाउंटेंट (सीए) को गिरफ्तार कर पिछले सप्ताह जेल भेज दिया गया था। अदालत दोनों सीए की जमानत याचिका भी खारिज कर चुकी है।
इस सबसे नाराज सीए ने सीजीएसटी विभाग के सामने धरना शुरु किया हुआ है।

शुक्रवार को धरने में बड़ी संख्या में सीए शामिल हुए और उन्होंने विभाग की आत्मशुद्धि के लिए हवन-यज्ञ का आयोजन भी किया। जिसमें सभी ने ईश्वर से प्रार्थना की कि विभाग को सदबुद्धि दें और सीए को बेवजह इन मामलों में घसीटने का प्रयास न करें। सीए विभाग की कार्यवाही का विरोध करते आ रहे हैं। सभी सीए ने मिलकर निर्णय लिया कि दफ्तर पर दिए जाने वाले धरने को खत्म किया जाता है, लेकिन विभाग के विरुद्ध उनका आंदोलन जारी रहेगा।

सीए प्रतिनिधियों ने विभाग पर आरोप लगाए हैं कि विभाग के अधिकारी भी इस रिफंड कांड में शामिल लोगों से मिले हुए हैं। हालांकि सरकार ने गुडग़ांव से कई अधिकारियों के स्थानांतरण भी अन्यत्र किए हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों व कारोबारियों की मिलीभगत से ही इस प्रकार का गड़बड़ झाला होता है। सभी सीए ने मांग की है कि इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। यह मांग वह केंद्र व प्रदेश सरकार से पहले से ही करते आ रहे हैं। गिरफ्तार किए गए सीए सुनील व गौरव को न्याय दिलाने के लिए उनकी कानूनी लड़ाई जारी रहेगी।

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