रिश्वत लेने व वीडियो वायरल करने की धमकी देते तीन लाख की मांग.
नौकरी से निकलवाने, रिश्वत लेने व वीडियो वायरल करने की दी धमकी.
आरोपियों के कब्जा से नगदी और कार (स्विफ्ट डिजायर) भी किये बरामद

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम।
 ट्रेफिक पुलिसकर्मी पर रुपए वसूलने के झूठे आरोप लगाकर ब्लैकमेल करके रुपए ठगने वाले तीन आरोपी एक लाख रुपये लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किये गए हैं। आरोपियों के कब्जा से नगदी और कार (स्विफ्ट डिजायर) भी बरामद कर ली गई है।’

एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने जानकारी देते बताया कि बीती 24 मई को ट्रैफिक विंग में तैनात हैड कांस्टेबल  प्रेम सिंह ने थाना सुशांत लोक में शिकायत दी कि 21.मई को एक कार में सवार होकर तीन युवक बूथ पर आए । जिनमें से एक व्यक्ति ने कहा कि चालान ना करने के लिए हवलदार ( हैड कांस्टेबल प्रेम) ने रुपए लिए है और इनके पास पैसे लेते हुए कि विडियो है। तो हैड कांस्टेबल ने उन्हें विडिओ दिखाने को कहा । वीडियो में पैसे लेते हुए का कोई विडिओ नहीं है तो वह व्यक्ति जेडओ  के मोबाइल नंबर लेकर चला गया और कहने लगा वह पैसे लेते हुए की वीडियो भेजेगा। उसके बाद उसने एक वीडियो भेजी तो उस वीडियो में भी हवलदार पैसे लेते हुए नहीं दिखाई दिया। बाद में वह फोन पर नौकरी से निकलवाने,  रिश्वत लेने व वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा और 03 लाख रुपए की डिमांड करने लगा जिसे कम करते हुए उन्होंने 01 लाख रुपए की मांग की। इस सम्बन्ध में थाना सुशांत लोक में मामला दर्ज किया गया।

इस अभियोग में निरीक्षक कुलदीप सिंह, प्रभारी अपराध शाखाडीएलएफ फेस-4 गुरुग्राम की टीम ने कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता को उन लोगों (धमकी देकर रुपए माँगने वाले) को रुपए देने के लिए कहा और बताए अनुसार 25. मई को सैक्टर 42/27 चौक, गुरुग्राम के पास से इस मामले में शिकायतकर्ता से एक लाख रुपए लेते हुए रंगेहाथ ’दीपक, सतेंद्र निवासी बेगमपुर, न्यू दिल्ली व अशोक निवासी रोहिणी, दिल्ली’ को काबू कर लिया गया।  

आरोपियों के ’कब्जा से पुलिस टीम द्वारा एक लाख रुपयों की नगदी व एक कार (स्विफ्ट डिजायर) बरामद’ किया है। ये टैक्सी का काम करते हैं और इसी कारण ट्रैफिक पुलिस से इनका अक्सर काम पड़ता है। इसीलिए इन्होंने ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों को निशाना बनाने की योजना बनाई। इनके अपराधिक रिकॉर्ड आदि की जानकारी ली जा रही है। आरोपियों को आगामी कार्यवाही के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।

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