सोहना बाबू सिंगला

सोहना नगर परिषद नगर परिषद चुनावों की आहट शुरू होते ही संभावित दावेदार अपने आकाओं की जी हजूरी में जुट गए हैं। जिनको लोगों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। ऐसे संभावित नेतागण केवल मात्र विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करके अपने समर्थकों की वाहीवाही लूट कर अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रहे हैं। जबकि कस्बे में समस्याओं के अंबार लगे हुए हैं। जिनका समाधान करने के लिए कोई भी संभावित नेतागण सामने नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते नागरिक काफी परेशान हैं। जिसका खामियाजा आने वाले निकाय चुनाव में संभावित उम्मीदवारों को भुगतना पड़ सकता है।

विदित है कि प्रदेश में निकाय चुनाव की घंटी सोमवार को बजने की पूरी संभावना है। चुनावी घोषणा होने के पश्चात आचार संहिता लग जाएगी। जिससे विकास कार्य संभव नहीं हो सकेंगे। सोहना नगर परिषद चेयरपर्सन सीट इस बार अनुसूचित वर्ग महिला के लिए आरक्षित की गई है। जिसको  हथियाने के लिए करीब एक दर्जन संभावित उम्मीदवार चुनावी समर में कूदने की फिराक में है। जबकि पूर्व में उक्त सीट बैकवर्ड महिला वर्ग के लिए आरक्षित थी। चेयरपर्सन पद की दौड़ में शामिल संभावित उम्मीदवार नागरिकों को आकर्षित करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करने में लगे हुए हैं। जिनमें अपने आकाओं को तरजीह दे रहे है। जबकि उनको नागरिकों की समस्याओं से किसी भी प्रकार का लेना देना नहीं है।

जबकि कस्बे में दर्जनों मूलभूत समस्याएं मुंह बाए खड़ी हुई है। जिनमें बिजली समस्या, पानी आपूर्ति, पानी निकासी, स्वास्थ्य, सफाई व्यवस्था, पेंशन समस्या, स्ट्रीट लाइट, आदि शामिल हैं। जिनके कारण नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है। किंतु ऐसी समस्याओं का समाधान करने के लिए कोई भी संभावित उम्मीदवार आगे नहीं आ रहा है। जिससे लोगों में भारी रोष व गुस्सा व्याप्त है। नागरिकों का कहना है कि संभावित उम्मीदवार झूठे वादे करके चले जाते हैं। जिनको लोगों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं होता है। ऐसे संभावित उम्मीदवारों को चुनावों में सबक सिखाया जाएगा।

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