अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग का समर्थन करने के साथ सेना की भर्ती अविलंब शुरू करने की मांग चरखी दादरी जयवीर फोगाट 16 मई, प्रदेश के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रणसिंह मान ने अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग का समर्थन करते हुए आंदोलनरत युवाओं से संयम बरतने की अपील करने के साथ किसान आंदोलन से सबक लेने की बात कही है। उन्होंने आज उपमंडल के गांव पालड़ी में ग्रामीणों से रूबरू होते हुए केन्द्र सरकार से अविलंब इस मसले पर तुरंत पहल करते हुए सेना की भर्ती शुरू करने को कहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी से युवाओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है इसलिए उनकी भावनाओं को समझते हुए केंद्र और राज्य सरकार को रोजगार बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा- जजपा सरकार में जायज मांगों को लेकर लंबा संघर्ष करना पड़ता है और वह तभी सफल हो पाता है जब वो शांतिप्रिय हो। तीन कृषि कानूनों की वापसी इसका ताजा उदाहरण है। इसलिए अहीर समाज के लोगों को अपने आंदोलन को लेकर बहुत चौकन्ना रहने की जरूरत है। मान ने कहा कि जहां तक देशभक्ति और वीरता का सवाल है अहीर समाज को पूरा श्रेय है। उन्होंने कहा कि अहीर समाज किसी और का हक नहीं मांग रहा बल्कि अपनी पहचान की लड़ाई लड़ रहा है। इस लड़ाई में हम पूरी तरह से उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि रेजांगला की बेमिसाल शौर्य गाथा सबकी जुबान पर है। आज केंद्र में अहीर समाज का सबल नेतृत्व विद्यमान है। ऐसे में भाजपा से जुड़े बड़े नेताओं के कंधे पर विशेष जिम्मेदारी है। हरियाणा में तो विपक्षी दलों ने अहीर रेजिमेंट की स्थापना का पुरजोर समर्थन किया है। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को, जिन्होंने पूर्व में रेवाड़ी में पूर्व सैनिकों को सम्मान देने की बात कही थी, इस मांग को पूरा करवाएं। इस अवसर पर मास्टर उमराव सिंह यादव, कैप्टेन सुरेन्द्र सिंह, फूल सिंह चेयरमैन, मांगेराम, पूर्व सरपंच कैलाश पालड़ी, पूर्व सरपंच डॉ ओमप्रकाश, राजेन्द्र सिंह पूर्व इंस्पेक्टर, भान सिंह यादव, कप्तान वेदप्रकाश, सूबेदार मेजर अमर सिंह, रामोतार, जगदीश प्रसाद, अत्तर सिंह नंबरदार, ओमप्रकाश, सुबेदार परमेश्वर, महेंद्र सिंह ठेकेदार, सूरजभान समेत अनेक ग्रामीण मौजूद थे। Post navigation कष्ट निवारण समिति की बैठक मे फिर गूंजा दादरी की सीवर व्यवस्था का मुद्दा, गांव मकड़ाना में व्यक्ति की रंजिशन पीट-पीटकर की गई हत्या, पुलिस ने दर्ज किया केस