सोहना बाबू सिंगला

खंड के गांव दमदमा के विद्यार्थी टेंट में पढ़ने को मजबूर हैं। जिनकी सुध लेने के लिए सरकार व प्रशासन सामने नहीं आ रही हैं। विद्यार्थी इस तपती भीषण गर्मी में शिक्षा ले रहे हैं। जिनको गांव के शिक्षित युवा पढ़ा रहे हैं। वही सोहना विधायक द्वारा प्रदेश शिक्षा मंत्री से मिलाने का आश्वासन भी मात्र बनावटी बनकर रह गया है। जिससे गांव वासी काफी मायूस है। तथा स्कूल को अपग्रेड कराने की मांग पर अड़े हुए हैं।

एक ओर जहां सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देकर अभिभावकों व बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने में लगी हुई है। वही दमदमा गांव के विद्यार्थी बेबस नजर आ रहे हैं। जो करीब 10 दिनों से स्कूल में ना पढ़कर टैंट के नीचे शिक्षा लेने को मजबूर हैं। विद्यार्थियों का आरोप है की नेताओं के आश्वासन के बावजूद भी उनके गांव का स्कूल आज तक भी अपग्रेड नहीं किया गया है। जबकि दूसरे गांव के स्कूल में शिक्षा लेने जाने पर उनके साथ मारपीट की वारदात को अंजाम दिया जाता है। विद्यार्थियों ने स्कूल को अपग्रेड किए जाने की मांग दोहराई है।

विदित है कि गत दिनों खंड के गांव अभयपुर सरकारी स्कूल में मारपीट की घटना घटित हुई थी। जिसमें दमदमा गांव के करीब एक दर्जन छात्र छात्राओं को चोटें पहुंची थी। पुलिस ने भी उक्त मामले में 15 युवकों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। वही दमदमा गांव के विद्यार्थियों ने अभयपुर सरकारी स्कूल में शिक्षा लेने से स्पष्ट इनकार कर दिया था। जिसमें विद्यार्थियों के अभिभावकों की भी सहमति थी। उक्त मामले को लेकर गांव में कई पंचायतें हो चुकी हैं। किंतु अभी तक भी मामले का सार्थक निपटारा नहीं हो सका है। तथा विद्यार्थियों का भविष्य चौपट होने की संभावना बनी हुई है।

शिक्षा मंत्री से नहीं मिल सके गांववासी …………सोहना विधायक संजय सिंह के आश्वासन के बावजूद दमदमा गांववासी प्रदेश शिक्षा मंत्री कंवर पाल  गुर्जर से नहीं मिल सके हैं। जिसके कारण गांव वासियों में भारी मायूसी है। ग्रामीणों का कहना है। कि जब तक दमदमा स्कूल को अपग्रेड नहीं किया जाता तब तक उनके बच्चे टेंट में ही शिक्षा लेंगे।

भविष्य चौपट होने की संभावना …………दमदमा गांव के बच्चों के टेंट में शिक्षा लेने से उनका भविष्य चौपट होने की संभावना बनी हुई है। जिनकी सुध लेने के लिए कोई भी सामने नहीं आ रहा है जबकि अधिकांश विद्यार्थी मैट्रिक व 12वीं कक्षा के हैं। जिनको आगामी शैक्षणिक सत्र में बोर्ड परीक्षा से गुजरना पड़ेगा गांव के सरपंच श्योराज खटाना कहते हैं कि जब तक गांव का स्कूल अपग्रेड नहीं किया जाता तब तक गांव के बच्चे टेंट में ही शिक्षा लेंगे उन्होंने यह भी कहा कि गांववासी अभी तक भी शिक्षा मंत्री से नहीं मिल सके हैं। जबकि सोहना विधायक ने मंगलवार को गांव वासियों को शिक्षा मंत्री से मिलवाने का आश्वासन दिया था।

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