कादरपुर में होगी ग्रामीणों की पंचायत, बनाएंगे आगे की रणनीति गुडग़ांव, 27 अप्रैल (अशोक): जिले के गांव कादरपुर स्थित सीआरपीएफ के गेट नंबर एक के सामने से रास्ता बंद किए जाने के कारण उस क्षेत्र में स्थित कई ढाणियों में पहुंचना भी मुश्किल हो गया है। इन ढाणियों में करीब 400 परिवार रहते हैं। इन परिवारों की कनेक्टिविटी गांव से खत्म ही हो गई है। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया है। क्षेत्र के विधायक से भी ग्रामीणों ने गुहार लगाई है कि बंद किए गए रास्ते को फिर से खुलवाया जाए ताकि ग्रामीणों को होने वाली परेशानियों से निजात मिल सके। ग्राम के पूर्व सरपंच रामपाल, संजीत दायमा, उल्लाहवास के सुरेंद्र अंबावता, समाजसेवी जीत सिंह दायमा आदि का कहना है कि कादरपुर गांव से ढाणियों में जाने के कारण ये 70 साल पुराना रास्ता है। सुरक्षा कारण बताकर इस रास्तेको पुलिस द्वारा बंद कर दिया गया है। उनका कहना है कि यह रास्ता रिठौज गांव से होते हुए सोहना रोड़ पर निकलता था और बड़ी संख्या में ग्रामीण इसी रास्ते का इस्तेमाल करते आ रहे थे। रास्ता बंद किए जाने से ग्रामीणों को गांव कादरपुर में जाने के लिए करीब 10 किलोमीटर का रास्ता अधिक तय करना पड़ता है। उनका ये भी कहना है कि स्कूली बच्चों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चे मजबूरी में दीवार को फांद कर कादरपुर स्कूल में पहुंच रहे हैं। कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है। उनका कहना है कि इस समस्या का समाधान कराने के लिए आज वीरवार को गांव कादरपुर मेंपंचायत भी बुलाई गई है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। Post navigation शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घूमंतु पशुओं का बढ़ता जा रहा है आतंक सर्वोच्च न्यायालय ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को बतायाग्रेच्युटी पाने का हकदार