दुर्घटनाएं होने की बनी रहती हैं संभावनाप्रशासन नहीं दे रहा कोई ध्यान, शहरवासी हैं परेशान गुडग़ांव, 27 अप्रैल (अशोक): शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आवारा पशुओं के कारण जहां यातायात प्रभावित रहता है, वहीं सदैव भयंकर दुर्घटना होने का भी अंदेशा बना रहता है। इन आवारा पशुओं का जमावड़ा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में देखा जा सकता है। कभी-कभी तो ये पशु वाहनों के पीछे ही दौडऩे लगते हैं जिससे दोपहिया वाहन चालक चोटिल भी हो जाते हैं। इन घूमंतुपशुओं के कारण हादसे हो रहे हैं। हालांकि नगर निगम ने एक एजेंसी को इन्हें पकडऩे का जिम्मा भी दिया हुआ है, लेकिन इस सबके बावजूद ये सडक़ों पर घूम रहे हैं। इन पशुओं को पकडक़र गौशाला में न भेजने के कारण स्थानीय नागरिकों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समाजसेवी राजेश पटेल का कहना है कि 4/8 मरला, न्यू कालोनी मोड़, कृष्णा कालोनी, शांति नगर, प्रताप नगर, मदनपुरी, भीम नगर, सैक्टर 4, 7 एक्सटेंशन, 49, देवीलाल कालोनी आदि क्षेत्रों में इन घूमंतु पशुओं के झुण्ड के झुण्ड नजर आते हैं। इनके कारण कई दुर्घटनाएं भी आए दिन घटित होती रही हैं, लेकिन नगर निगम इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। भोजन की तलाश में ये सडक़ों पर पड़े कूड़े में मुंह मारते हुए दिखाई देते हैं। गौधन को चारा खिलाने के नाम पर भी कुछ धार्मिक प्रवृति के लोग सडक़ों पर बने डिवाईडर पर चारा आदि डाल जाते हैं। चारा को खाने के लिए इन घूमंतु पशुओं का झुण्ड का झुण्ड सडक़ों पर उतर जाता है। जिससे दुर्घटना भी घटित होने की संभावनाएं बनी रहती हैं उनका कहना है कि अधिकांश घूमंतु पशु दूध की डेयरियां चलाने वालों के ही बताए जाते हैं। वे दूध निकालकर इन पशुओं को सडक़ों पर छोड़ देते हैं। उनका कहना है कि गौरक्षक दलों को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। गौधन को गौशालाओं में भेजने की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि इन गौधनों को गौशालाओं में भरपेट चारा मिल सके और आए दिन हो रही दुर्घटनाओं से शहरवासी भी बच सकें। Post navigation इंटरनेशनल नाइज अवेयरनेस डे पर आई एम ए ने किया वकथन का आयोजन 70 साल पुराना रास्ता बंद करने पर ग्रामीणों में रोष