नगर निगम आयुक्त और मुख्य अभियंता ने कार्यकारी अभियंताओं को जारी किए आदेश
नगर निगम मुख्य अभियंता ने डीएलएफ प्रबंधन को पत्र लिखकर कार्रवाई के दिए आदेश

गुरुग्राम – डीएलएफ फेज एक से पांच व अन्य नगर निगम के इलाकों में मकानों के निर्माण में हो रहे पेयजल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कार्यकारी अभियंताओं को निगरानी और चालान काटने के आदेश दिए है। इसके अलावा मुख्य अभियंता ठाकुर लाल शर्मा ने भी डीएलएफ प्रबंधन को पत्र लिखकर साइट मालिकों के कनेक्शन काटने और पेनल्टी लगाने के आदेश जारी किए गए है।

डीएलएफ क्षेत्र में निगम पार्षद रमा रानी राठी का कहना है कि डीएलएफ इलाके में जलापूर्ति को लेकर काफी शिकायतें मिल रही थी। डीएलएफ फेज एक व दो में ही चार सौ से अधिक मकानों का निर्माण चल रहा है जिसकी वजह से रहने वाले निवासियों की पानी की आपूर्ति नहीं होती। ऐसे में नगर निगम आयुक्त और मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर निर्माणाधीन साइटों पर पेयजल पर रोक लगाने की गुहार लगाई थी। शुक्रवार को मुख्य अभियंता ने डीएलएफ प्रबंधन को पत्र लिखकर इसकी रोकथाम के आदेश जारी किए है।

आदेशों को धरातल पर अमलीजामा पहनाने के लिए संबंधित कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए है। अब संबंधित एरिया के जेई निर्माणाधीन साइटों पर निगरानी रखेंगे और सप्लाई का पानी इस्तेमाल करते पाये जाने पर कनेक्शन और चालान काटेंगे।

मुख्य अभियंता ठाकुर लाल शर्मा द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट लिखा है कि डीएलएफ फेज एक से पांच व अन्य नगर निगम के इलाकों से शिकायतें प्राप्त हो रही है कि मकानों के निर्माण में पेयजल सप्लाई का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी वजह से क्षेत्रीय निवासियों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता और लोगों को प्राइवेट टैंकर खरीदने पड़ते है। इस परेशानियों को देखते हुए डीएलएफ प्रबंधन को आदेश दिए गए है कि निर्माण के लिए कोई भी नहरी पानी का नया कनेक्शन जारी नहीं किया जाए और साथ ही भू-जल का इस्तेमाल भी निर्माण कार्यो के लिए नहीं होना चाहिए।

इन आदेशों को लागू करने के लिए संबंधित कार्यकारी अभियंता को आदेश दिए गए है कि निर्माणाधीन मकानों की साइट पर निगरानी रखें और पेयजल पानी की इस्तेमाल करने पर कनेक्शन काटने और चालान करने की कार्रवाई करें।

एसटीपी से ले पानी
निर्माण संबंधी कार्यों के लिए नगर निगम की तरफ से 41 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए है। यहां से प्लाट मालिक निर्माण के लिए पानी ले सकता है। इसके अलावा गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के सोर्स से पानी प्राप्त किया जा सकता है।