सोहना बाबू सिंगला

नगर परिषद सोहना में लोगों को अपने कार्य कराने के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं काम करने वाले कर्मचारी की कमी के चलते कभी नगर परिषद में कर्मचारियों की भरमार थी लोगों के समय पर काम हो रहे थे लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार नगर परिषद विभाग में लगभग एक दर्जन कर्मचारी क्लर्क के पद पर सरकार के माध्यम से कार्य कर रहे थे लोगों के अपने निजी काम समय पर पहुंचकर बिना देरी के हो रहे थे लेकिन बताया जा रहा है कि जब से नगर परिषद विभाग में कार्यकारी अधिकारी अतर सिंह ने चार्ज संभाला है उसके बाद करीब एक दर्जन कर्मचारी से मात्र 3 कर्मचारी जो क्लर्क पद पर कार्य कर रहे हैं.

कर्मचारी की संख्या कम होने के कारण लोगों के कार्य समय पर नहीं हो पा रहे हैं सभी ने अपना तबादला नगर परिषद सोहना से कराकर अन्य स्थानों पर करा लिया है इतना ही नहीं यह भी पता चला है कि कार्यकारी अधिकारी को किसी भी कार्य की पूरी तरह से जानकारी ना होने के कारण क्लर्क पद पर कार्य कर रहे कर्मचारी को कार्य करने के लिए जिम्मेवारी दी जा रही है जबकि कर्मचारी को इस बारे में कुछ भी पता नहीं हो पाता है और ना ही कार्य कर रहे अधिकारी को पता होता है कि इसका समाधान किस प्रकार करना है ऐसा होने के कारण कर्मचारियों को अपना तबादला करवाने को मजबूर होना पड़ा जब तक अधिकारी कर्मचारी को विस्तार पूर्वक जानकारी हासिल नहीं करा सकता जब तक कर्मचारी उसका समाधान करने में असमर्थ हो जाता है नगर परिषद विभाग एक लावारिस की तरह कर्मचारी लोगों के कार्य करने में लगे हुए हैं जब कोई भी कार्य करना होता है तो उसका वारिस राजा की तरह होता है और प्रजा उसी हिसाब से कार्य करती है लेकिन विभाग में कार्य कर रहे कर्मचारी विवश हो रहे हैं अधिकारी समाधान करने के लिए कहते हैं कर्मचारी को पता नहीं होता है लोगों के काम लंबित हो जाते हैं.

नगर परिषद विभाग में कोई भी अधिकारी ऐसा नहीं आता है जो लोगों के मन में बसा रहे उन्हें तो केवल अपना वर्किंग डे पूरा करना होता है लोगों की समस्या का समाधान करने के प्रति कोई गंभीर नहीं होता है जिसका खामियाजा आम नागरिकों को उठाना पड़ता है शहर के 21 वार्ड की समस्या गंभीर बनी हुई है लोग समाचार के माध्यम से सोए हुए अधिकारियों को प्रशासन को जगाने का काम करते हैं लेकिन इन्होंने भी मान लिया है कि हमें अपने मनमर्जी से समाधान कराना है इतना ही नहीं नगर परिषद विभाग के अधिकारी तो स्थानीय प्रशासन एसडीएम के जारी किए दिशा निर्देश आदेश को भी दरकिनार करने में कोई देरी नहीं कर रहे हैं जब तक स्थानीय संबंधित विभाग के अधिकारियों पर प्रशासन या जिला प्रशासन का डर नहीं होगाजब तक संबंधित विभाग के अधिकारी कुछ भी करने वाले नहीं है अब लोग इंतजार कर रहे हैं विधानसभा चुनावों का अब ढाई साल बाकी रह गया है आने वाला समय बताएगा कोन प्रतिनिधि यहां से होगा