– सरदार गुरविंद्र सिंह ने गुरुग्राम में विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को दिया 24 अप्रैल को पानीपत पहुंचने का निमंत्रण
– एडीसी विश्राम कुमार मीणा ने  बैठक में दी जिला प्रशासन की प्रकाश पर्व को लेकर तैयारियों की जानकारी
– प्रकाश पर्व तक जिला के सभी गुरुद्वारों में रोशनी से नजर आएगा उत्सव का माहौल
– प्रकाश उत्सव में गुरुद्वारों के साथ-साथ मंदिरों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी बनेंगे भागीदार  

गुरुग्राम, 19 अप्रैल      आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में हिंद की चादर कहे जाने वाले श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व उत्सव में गुरुग्राम से सभी धर्मों व समुदायों के लोग भागीदार बनें। यह उत्सव कार्यक्रम विशुद्ध रूप से सामाजिक सौहार्द का कार्यक्रम है ।

ये विचार हरियाणा पंजाबी अकादमी के उपाध्यक्ष एवं प्रकाश पर्व आयोजन के लिए गुरूग्राम जिला के प्रभारी सरदार गुरविदं्र सिंह ने गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में जिला में स्थित गुरुद्वारों, मंदिरों तथा सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। एडीसी विश्राम कुमार मीणा ने सरदार गुरविंद्र सिंह का स्वागत करते हुए बताया कि 24 अप्रैल को पानीपत में आयोजित राज्य स्तरीय प्रकाश पर्व में गुरूग्राम जिला से जनभागीदारी उल्लेखनीय रहेगी। बैठक में जिला के विभिन्न गुरुद्वारों, मंदिरों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने 24 अप्रैल को जिला से बड़ी संगत के साथ पानीपत पहुंचने की बात कही।     

सरदार गुरविंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने पहले सिरसा, करनाल व यमुनानगर आदि स्थानों पर गुरुओं के प्रति आदर भाव के साथ भव्य कार्यक्रम किए हैं। इस बार श्री गुरु तेग बहादुर के 400 वें प्रकाश पर्व पर पानीपत में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जहां पर श्री गुरूतेग बहादुर के जीवन संघर्ष पर एक भव्य प्रदर्शनी भी लगाई गई है। उन्होंने इस भव्य समारोह में भाग लेने के इच्छुक लोगों से अपील की है कि वे 24 अपै्रल को प्रातः 10 बजे तक पानीपत पहुंचना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी धर्माें व समुदायों के लोग इस आयोजन में भाग ले सकते हैं।

सरदार गुरविंद्र सिंह ने कहा कि हमारे हिस्से लोगों की सेवा करना आया है और यह प्रकाश पर्व उत्सव किसी एक जाति या समुदाय का नहीं है, अपितु पूरे समाज का है कार्यक्रम है। पानीपत में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में पहुंचने के लिए किसी के निमंत्रण का इंतजार ना करें बल्कि इसे अपना ही कार्यक्रम समझकर इसमें सहभागिता करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकाश पर्व उत्सव के आयोजन का उद्देश्य यही है कि समाज और भावी पीढ़ियों को अपने गुरुओं के बलिदान, त्याग व तप से अवगत करवाया जाए। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक नहीं बल्कि एक सामाजिक कार्यक्रम है। ऐसे में उमंग व उत्साह के साथ पानीपत पहुंचकर श्री गुरू तेग बहादुर के जीवन के बारे में जाने और विश्व स्तर पर ख्याति प्राप्त रागी व ढाड़ी के कीर्तन से निहाल हो।

उन्होंने प्रकाश उत्सव में सेवा के लिए भी गुरुद्वारों से आए प्रतिनिधियों से सूची उपलब्ध कराने की बात कही। सरदार गुरविंद्र सिंह ने बैठक में पहुंचे विभिन्न गुरुद्वारों के ग्रंथी व सेवादारों तथा अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों से अनुरोध करते हुए कहा कि प्रकाश उत्सव तक अपने गुरु घर, मंदिरों तथा पूजा स्थलों को अच्छी तरह सजाएं और उनमें रोशनी का इंतजाम करें ताकि एक भव्य उत्सव के हम सब भागीदार बन सके। उन्होंने विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के प्रमुखों से भी कहा कि जो विद्यार्थी इस समारोह में शामिल होने के लिए पानीपत जाना चाहते हैं, उनके लिए यदि बस आदि की आवश्यकता हो तो जिला प्रशासन को सूचित करें।     

 एडीसी विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि पानीपत पहुंचने के लिए जिला प्रशासन की ओर से अच्छी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने प्रकाश उत्सव की तैयारियों व पानीपत पहुंचने के लिए बैठक में पहुंचे विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से सुझाव भी लिए। जिला से पहुंचे विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को प्रकाश पर्व में गरिमा के साथ अधिक संख्या में शामिल होने का भरोसा भी दिया।   

 इस अवसर पर मेयर मधु आजाद, पंजाबी बिरादरी महासभा और सीएसआर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष बौधराज सीकरी, नूंह से विशेष रूप से पधारे गुरचरण सिंह मलिक, भाजपा के जिला महामंत्री मनीष गाडौली सहित विभिन्न गुरद्वारों की प्रबंधन समितियों तथा सामाजिक संस्थाओं व संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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