मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए किया सरस मेले का दौरा

गुरुग्राम, 14 अप्रैल। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आज अपने गुरुग्राम दौरे के दौरान सरस मेला देखने पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरस मेला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका का मंच उपलब्ध कराने के साथ साथ हमें मिनी इंडिया के दर्शन भी कराता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन को कृतार्थ करते यह आयोजन हमें देश के दूसरे प्रान्तों की संस्कृति को नजदीक से जानने का अवसर प्रदान करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरस मेलों की सबसे बड़ी खासियत यही है कि वे देश के ग्रामीण क्षेत्रों से आए स्वयं सहायता समूह की बहनों को सीधे शहरी क्षेत्रों के उपभोक्ताओं का बाजार उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को निरंतर ऐसे प्लेटफार्म उपलब्ध हो इसको ध्यान में रखते हुए पूरे वर्ष चलने वाले आयोजनों के लिए योजना बनाई गई है। योजना के तहत प्रदेश के सभी जिलों में बारी बारी से प्रत्येक महीने 5 से 10 दिनों के सरस मेले जैसे आयोजन करवाएं जाएंगे।

रूस के कलाकरों ने हरियाणवी गानों पर दी प्रस्तुति

कार्यक्रम में प्रतिदिन आयोजित किए जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी के तहत आज रूस से आई महिला कलाकारों ने मुख्यमंत्री के समक्ष हरियाणवी गाने ‘गजबन पानी नै चाली’ व ‘तेरी आंख्या का यो काजल’ गीत की धुनो पर अपनी शानदार प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी हरियाणवी संस्कृति की धमक विदेशों तक पहुंच गई है और रूस की बालिकाओं ने हरियाणवी लोक गीतों पर ऐसी प्रस्तुति दी जैसी हमारी कन्याएं देती हैं। इससे पूर्व नरेंद्र उर्फ मौंटी शर्मा के ग्रुप ने ‘तु मंनै लख्मीचंद की रागनी की टेक लागे से’ पर हरियाणवी डांस के माध्यम से अपनी शानदार प्रस्तुति भी दी।

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