‘ धूल है तो क्या ‘ कृति लोकार्पित

अखिल भारतीय परिषद हरियाणा  ने किया आयोजन 

गुरुग्राम – अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, हरियाणा  के तत्वावधान में सेक्टर-10ए स्थित श्रीकृष्ण मंदिर के सभागार में साहित्यकार व शिक्षिका वंदना यादव की प्रथम काव्य-कृति ‘ धूल है तो क्या ‘ का लोकार्पण किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ.ऋषि कुमार मिश्र रहे। परिषद् के प्रांतीय अध्यक्ष और प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ.सारस्वत मोहन मनीषी ने समारोह की अध्यक्षता की। हरियाणा साहित्य अकादमी के पूर्व निदेशक  डॉ. पूरणमल गौड़  तथा परिषद् के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री प्रवीण आर्य ने बतौर विशिष्ट अतिथि इस समारोह में शिरकत की। इस अवसर पर शिक्षाविद बिजेंद्र यादव का सान्निध्य भी मिला।             

समारोह की शुरुआत मोनिका शर्मा की सरस्वती वंदना से हुई। पुस्तक लोकार्पण के  उपरांत मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में वंदना यादव की सृजनधर्मिता की खुलकर प्रशंसा की। अध्यक्ष सारस्वत मोहन मनीषी ने कृति की कुछ कविताओं का उल्लेख किया और इन्हें पीड़ा से उपजी हुई बताया। पुस्तक की विस्तृत समीक्षा प्रख्यात साहित्यकार डॉ. घमंडीलाल अग्रवाल ने प्रस्तुत की। उन्होंने कृति की 90 कविताओं में से 10 चुनिंदा कविताओं का वाचन करते हुए कृति को संभावनाओं की ज़मीन तलाशतीं हुई कृति क़रार दिया।

इस भव्य समारोह का कुशल मंच संचालन शिक्षाविद डॉ. योगेश वासिष्ठ ने किया।सभागार में अमरसिंह यादव , अजय भारद्वाज, प्रो.रमेशचंद्र शर्मा, प्रो. कुमुद शर्मा, डॉ.मनोज भारत , हरींद्र यादव, कृष्णलता यादव , रामधन शर्मा, माया यादव , अनुपाल यादव,विनोद यादव  और महेंद्र सिंगला सहित लगभग 50 साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।

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