हरियाणवी लोकगीत पानी छलके पर लोगों ने जी भर जमकर तालियां बजाई. सरस मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर जमकर झूमे साइबर सिटी के दर्शक. नरेंद्र उर्फ मॉन्टी शर्मा ग्रुप के 24 कलाकारों ने दर्ज कराई शानदार उपस्थिति. गुरूग्राम के सरस मेले में सोमवार की शाम हरियाणवी लोकगीतों के नाम फतह सिंह उजाला गुरुग्राम। गुरूग्राम के सेक्टर 29 स्थित लेजर वैली ग्राउंड में आयोजित सरस मेले के तीसरे दिन भी लोगों ने सांस्कृतिक संध्या का लुत्फ़ उठाया। 20 अप्रैल तक चलने वाले सरस मेले में आने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार की मनोरंजक गतिविधियों का आयोजन प्रतिदिन शाम को किया जा रहा है। इसी क्रम में मेले में सोमवार की शाम हरियाणवी लोकगीतों के नाम रही। हरियाणा की समृद्ध व गौरवशाली संस्कृति की पारंपरिक धुनों पर दी गयी परफॉर्मेंस पर मेले में मौजूद लोग जमकर झूमे। शाम को 7 बजे के करीब नरेंद्र उर्फ मॉन्टी शर्मा ग्रुप के 24 कलाकारों ने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए विभिन्न हरियाणवी लोकगीतों पर अपने नृत्य पेश किए। ठेठ हरियाणवी पारंपरिक वेशभूषा के साथ प्रस्तुत किए कार्यक्रम, मेले में शुरुआत से लेकर अंत तक लोगों में आकर्षण का केंद्र बने रहे। कार्यक्रम की शुरूआत शिवलहरी के साथ कि गयी जिसके बोल थे – तू राजा की राजदुलारी मैं सिर्फ लंगोटे आला सू, जिस पर मेले में आए दर्शकों ने खड़े होकर डांस ग्रुप की हौसलाअफजाई की। चूंकि सरस मेला आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत आयोजित किया जा रहा है। ऐसे में ग्रुप के सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने नेता जी सुभाषचंद्र बोस के जीवन पर आधारित देशभक्ति रागनी की प्रस्तुति देते हुए दर्शकों को भी देशभक्ति के रंग में रंग दिया। इसी प्रकार ग्रुप द्वारा दी गयी अगली प्रस्तुति में श्तु मंनै लख्मीचंद की रागनी की टेक लागे सेश् हरियाणवी डांस ने उपस्थित दर्शको को झूमने पर मजबूर कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इस कड़ी में गुलशन बाबा के नेतृत्व में आए हरियाणवी बैंड ने हरियाणा के दिग्गज गायकों के गानों को अपनी धुनों में प्रस्तुत किया। जिस पर मोंटी शर्मा के ग्रुप ने धमाकेदार परफॉर्मेंस के माध्यम से उनका बखूबी साथ दिया। ग्रुप ने कार्यक्रम के समापन पर हरियाणवी लोकगीत पानी छलके पर अपनी बेहतरीन प्रस्तुति के माध्यम से लोगों की जमकर तालियां बटोरी। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले रहे लोग। मेले में कई प्रकार की अनोखी कलाएं व उत्पाद लेकर आए शिल्पकारों ने भी लोगों का दिल जीत लिया। मेले में जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने कहा कि एक लंबे अरसे के बाद गुरुग्राम में सरस मेला आयोजित किया जा रहा है। खासकर कोविड नियमों में ढील के बाद जिला में यह पहला आयोजन है जहां आप परिवार सहित सुकून के कुछ पल बिताने के साथ साथ प्रदेश के साथ ही देश के अन्य राज्यों से आए स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की खरीदारी भी कर सकते हैं। इस अवसर पर सरस मेले की नोडल अधिकारी एवं गुरुग्राम जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनु श्योकंद, सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के संयुक्त निदेशक (एनसीआर) रणबीर सिंह सांगवान, रूडसैट संस्थान के निदेशक संजय धींगड़ा, एचआरएलएम की पीडीएम दीप्ति ढींढसा सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। Post navigation सभी को मिलकर करने होंगे प्रदूषण नियंत्रित करने के उपाय-डा. कुट्टी सरस मेले में खूब पसंद किया जा रहा है पंजाब के बरनाला का मुरब्बा व अचार