विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने किया मेले का विधिवत शुभारंभ गुरुग्राम, 9 अप्रैल। कला और संस्कृति के संगम सरस मेले का आज गुरुग्राम में शुभारंभ हुआ। देशभर के 17 राज्यों और हरियाणा प्रदेश के सभी जिलों से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस मेले में अपने उत्पाद लेकर आई हैं। ये मेला आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किया जा रहा है। 20 अप्रैल तक चलने वाले इस मेले का शुभारंभ हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने किया। उन्होंने विधिवत रूप से दीप प्रज्वलन कर सरस मेले का शुभारंभ किया और मेले में लगाई गई स्टालो का अवलोकन किया। अपने संबोधन में पंचायत मंत्री ने नवरात्रों की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह मेला महिलाओं के सशक्तिकरण की एक अनूठी पहल है। इस योजना के अंतर्गत महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़कर ना केवल अपना बल्कि अपने पूरे परिवार का उत्थान करती है। उन्होंने कहा कि ये महिलाएं इस मेले में अपने उत्पाद ही नहीं लेकर आई है बल्कि अपनी पुरानी विरासत को भी कायम रख रही है। विभिन्न राज्यों से आए शिल्पकारो द्वारा अपने अपने प्रदेश की पुरानी विरासत को अपने द्वारा निर्मित उत्पादों के माध्यम से दिखाया जा रहा है। पंचायत मंत्री ने आंकड़े देते हुए कहा कि हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत अब तक राज्य के जिलों में 5 लाख 33 हजार परिवारों को 50,000 से ज्यादा समूह में जोड़ा जा चुका है। इन समूहों को रिवाल्विंग फंड के रूप में ₹40 करोड़ रुपए की राशि दी गई है। इसी प्रकार, सामुदायिक निवेश फण्ड के अंतर्गत 207 करोड रुपए की राशि समूहो को दी जा चुकी है। स्वयं सहायता समूहों के बैंकों में खाता खुलवाने के बाद 37, 300 समूहों को 515 करोड रुपए के ऋण भी प्रदान करवाए गए हैं। इन सभी राशियों का उपयोग महिलाएं अपनी आजीविका कमाने के लिए करती हैं। उन्होंने कहा कि सभी महिलाएं अपने ऋण की राशि का भुगतान समय पर कर रही हैं जोकि गर्व की बात है। श्री बबली ने ये भी बताया कि आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत भी हरियाणा राज्य के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सवारी व माल वाहन खरीदने के लिए ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है और अब तक 146 वाहन दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश के 16 जिलों की 23 अनाज मंडियों में अटल किसान मजदूर कैंटीन भी महिलाएं चला रही है जहां पर एक मजदूर को ₹10 में खाना उपलब्ध हो रहा है और बाकी जिलों में भी इस प्रकार की कैंटीन जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर, ब्लॉक स्तर के लगभग सभी सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों आदि में भी इस प्रकार की कैंटीन चलाई जा रही हैं। उन्होंने महिलाओं से मुखातिब होते हुए कहा कि आपकी तरक्की देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने गुरुग्राम वासियों से भी अपील की है कि वे सरस मेले में आकर महिलाओं के स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार शुद्व उत्पादों को खरीदें और इनका स्वावलंबी बनने में सहयोग करें। इससे पूर्व ,हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमरिंदर कौर और उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने भी अपने विचार रखे । मेले में पहुंचे लोगों के मनोरंजन के लिए हरियाणवी कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति देते हुए समा बांधा। बिंदर दनोदा और मोनिका शर्मा की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को बांधे रखा। Post navigation देशभक्ति का पाठ सिखाने वाली बीजेपी, स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे को ही भूल गई, यकीन नहीं होता ! ठक-ठक गिरोह के तीन शातिर को पुलिस ने दबोचा