हिसार, 07 अप्रैल। आयुष्मान भारत योजना गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। देश में लगभग 18 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड मुहैया करवाए जा चुके हैं। प्रदेश में 3.28 करोड़ लोग इस योजना के तहत उपचार की सुविधा प्राप्त कर चुके हैं।

यह जानकारी देते हुए स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने बताया कि इस योजना की शुरुआत 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इस योजना का उद्देश्य प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा देना था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस योजना को और सरल बनाने के लिए प्रयास कर रही है ताकि आर्थिक रूप से कमजोर एक भी व्यक्ति इस योजना के लाभ से वंचित न रहे। योजना का लाभ उठाने में 46.7 महिलाओं की हिस्सेदारी है।

डॉ गुप्ता ने बताया कि अब तक 21 करोड़ से भी अधिक आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट बनाए गए हैं। 11 हजार से अधिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में पंजीकरण हो चुका है। ​ देश में 8 हजार 694 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि 2025 तक देश भर में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10 हजार 500 तक हो जाएगी। कोरोना काल में ई-संजीवनी सेवा की शुरुआत की गई थी, जिसमें प्रतिदिन लगभग 1.10 लाख रोगियों का इलाज मुफ्त कराया जा चुका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 25 दिसंबर 2014 को मिशन इंद्रधनुष योजना शुरू की गई थी इस योजना के तहत अब तक 3.86 करोड़ बच्चों का टीकाकरण हो चुका है। इसके तहत बच्चों के लिए सात बीमारियां जिनमें डिप्थीरिया, काली खांसी, पोलियो, टीबी, खसरा व हेपेटाइटिस से लड़ने के लिए वैक्सीन तैयार की गई है।

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