गुरुग्राम। सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर शनिवार को धरना 58वें दिन भी जारी रहा। धरने पर कई मौजिज लोगों ने शिरकत की। सभी ने अहीर रेजिमेंट की मांग को जायज ठहराते हुए सरकार से जल्द इस पर निर्णय लेने की मांग की। धरने पर पहुंचे अरुण यादव खेड़कीदौला, मनोज यादव कांकरोला, कंवर लाल नखड़ौला, सतीश सरपंच डाबोदा, गजराज पूर्व सरपंच मानेसर, विजय महेंद्रगढ़, उमेश यादव बेरली, वेदप्रकाश बादशाहपुर, सुंदर लाल सरपंच सिकंदरपुर, हरजस सरपंच रामपुरा, धर्मपाल नाहरपुर, कैलाश मानेसर, हरी थानेदार शिकोहपुर, राकेश भांगरौला, सुरेंद्र मोहम्मदपुर, बीर सिंह नवादा, लाला सिकंदरपुर, शहजाद मेंबर शिकोहपुर, बलवान फौजी, देवेंद्र शिकोहपुर, शशि यादव सेक्टर मानेसर ने कहा कि अहीर रेजिमेंट सिर्फ मांग नहीं है, यह यादव समाज का हक है। जिस कौम ने देश के लिए आज तक अपना बलिदान दिया है, उसको रेजिमेंट बनाकर सम्मान दिया जाना चाहिए। जनभावनाओं को ध्यान में रखकर सरकार को बिना देरी किए अब इस मांग को पूरा कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश पर मर-मिटने का जज्बा अहीर युवाओं में बचपन से भी भरा जाता है। युवाओं की पहली पसंद सेना होती है। इसका कारण यह है कि लगभग हर घर से कोई न कोई व्यक्ति सेना में है या रह चुका है। इसलिए अपनों को ही प्रेरणा स्रोत मानकर यहां के युवा आगे बढ़ते हैं। अहीर रेजिमेंट संघर्ष मोर्चा की ओर से जानकारी दी गई कि रेजिमेंट की मांग पर धरने में समर्थन देने के लिए अब तक अनेक सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के नेता आ चुके हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि दोनों ही तरफ के नेताओं ने एक मांग का समर्थन किया हो। सरकार इस पर जल्दी निर्णय करे। मोर्चा ने साफ किया कि जब तक मांग को पूरा नहीं किया जाता, यह धरना, आंदोलन चलता रहेगा। इसे अन्य राज्यों में शुरू करने की पूरी तैयार हो चुकी है और कई जगह पर धरने शुरू हो गए हैं। Post navigation गुडगांव में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन, डीसी को दिया ज्ञापन सड़क नहीं बनाने के विरोध में बच्चों, बड़ों ने किया प्रदर्शन