सोहना बाबू सिंगला

सोहना कस्बे में सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। जिसका मिला जुला असर दिखाई दिया। सफाई न होने से समूचा कस्बा गन्दगी के ढेरों में तब्दील होकर रह गया है। लोगों को अपने कार्य कराने के लिए बैरंग लौटना पड़ा। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए विरोध प्रदर्शन भी किया तथा सरकार विरोधी नारेबाजी की। कस्बे के सरकारी कार्यालयों में कार्य बाधित रहा।

कस्बे में सरकारी विभागों के कर्मचारी अपनी मांगों के लिए अड़े हुए हैं। जिन्होंने दूसरे दिन भी हड़ताल रखी तथा अपना कार्य ठप्प रखा। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। कस्बे के नगरपरिषद, पब्लिक हेल्थ, बिजली विभाग, बैंक आदि विभागों में कार्य बाधित रहा था। कर्मचारी सुबह से ही धरने पर जम गए। जिनके समर्थन में अस्थाई कर्मचारी भी अपनी भूमिका निभा रहे थे। उक्त हड़ताल ने समूचे कस्बे को गन्दगी के ढेर में तब्दील कर डाला है। जहां के बाजारों व मोहल्लों में स्थान स्थान पर गन्दगी पड़ी हुई है। जिनपर इस गर्मी में मक्खियाँ भिनभिना रही हैं। जिससे बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं मंगलवार को हड़ताली कर्मचारियों ने अपनी प्रस्तावित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर सफाई कर्मचारी यूनियन प्रधान विक्रम सिंह, महेंद्र सिंह, रोहित, राजू, प्रदीप आदि मौजूद थे। 

नागरिकों का जीना दुश्वार

कस्बे में दो दिनों से हड़ताल होने से नागरिकों का जीना मुहाल होकर रह गया है। सभी सरकारी विभागों में कार्य ठप्प है। लोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। इसके अलावा गन्दगी होने से दुकानदारी भी चौपट है। बाजारों में गन्दगी से प्रदूषण फैल रहा है। नागरिक गन्दगी में बैठने को मजबूर हैं।

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