डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए लोगों को किया जाएगा जागरूक, 766 टीमें उतरेगी फील्ड में गुरूग्राम, 29 मार्च। गुरूग्राम में मच्छरजनित बिमारियों की रोकथाम के लिए 1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक रैपिड फीवर सर्वे करवाया जाएगा। इस दौरान लोगों को मच्छरजनित बीमारियों जैसे-डेंगू , मलेरिया व चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए जागरूक किया जाएगा। सर्वे के कार्य को सुचारू ढंग से चलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 766 टीमें लगाई गई हैं जो घर-घर जाकर लोगों को मच्छर के लारवे के ठहराव वाले स्थानों की सफाई करने के लिए जागरूक करेंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छरजनित बिमारियों की रोकथाम के लिए भविष्य की रूपरेखा तैयार करते हुए काम किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के कर्मचारी घर-घर जाकर कुलरो,टंकीयो,हौदियो,गमलो व टायर इत्यादि को चैिकंग कर लार्वा के ठहराव वाले स्थानो की सफाई करने के लिए लोगो को भी जागरूक कर रहे है। डिप्टी सिविल सर्जन डा0 सुधा गर्ग ने बताया कि वर्ष-2022 को जीरो मलेरिया बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सक्रियता से कार्य करते हुए अपने-अपने कार्यक्षेत्र में फिवर मास सर्वे व सामुदायिक बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समय रहते मच्छरजनित बिमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाएं जा सके। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ो के अनुसार जिला में पिछले वर्ष डेंगू के 327 व मलेरिया के 2 मामले सामने आए थे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला में 49 फोगिंग मशीनें उपलब्ध है और 160 कर्मचारी 4 जोनों में बीट प्रोग्राम के आधार पर कार्य कर रहे है जबकि 64 कर्मचारी नगर निगम मानेसर में लारवीसाईड और फौगिंग का कार्य कर रहे है। इसके अलावा , स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्राईवेट अस्पतालोें एवं लैब को निर्देशित किया गया है कि वे डेंगू की जांच के लिए 600 रूपए से अधिक राशि ना वसूले। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे अपने घरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दें और प्रत्येक सप्ताह रविवार के दिन को ड्राई डे मनाए ताकि मच्छर प्रजनन के चक्र को तोड़ा जा सके। Post navigation जुबानी जमा खर्च से न तो अहीर रेजीमेंट बनने वाली न ही मोदी सरकार इस मांग को मानने वाली : विद्रोही जिला पथ विक्रेता विवाद निवारण कमेटी का किया गया गठन