राजनेताओं, चुने हुए सांसदों, विधायकों, सामाजिक व जातिय संगठनों का यह रूख अहीर रेजीमेंट बनाने के प्रति बहुत ही सकारात्मक संकेत है : विद्रोही जिस तरह से सत्ता पक्ष-विपक्ष के सांसद, विधायक, मंत्री, नेता समर्थन करके अहीर रेजीमेंट बनाने के पक्षधर बन रहे है, उसके बाद मोदी-भाजपा सरकार को अहीर रेजीमेंट बनाने में कोई आपत्ति नही होनी चाहिए : विद्रोही भाजपा सांसद, विधायक व मंत्री मोदी सरकार के सामने स्पष्ट मांग रखे कि क्या तो अहीर रेजीमेंट निर्माण की दिशा में एक निश्चित समय अवधि के बीच ठोस कदम उठाये या हम भाजपा से निर्वाचित सांसद, विधायक फ्लां तारीख से अपने पदों से त्यागपत्र दे देंगे : विद्रोही 29 मार्च 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने सेना में अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग को लेकर हरियाणा-अहीरवाल में दिये जा रहे धरने को जिस तरह से सत्ता पक्ष-विपक्ष के सांसद, विधायक, मंत्री, नेता समर्थन करके अहीर रेजीमेंट बनाने के पक्षधर बन रहे है, उसके बाद मोदी-भाजपा सरकार को अहीर रेजीमेंट बनाने में कोई आपत्ति नही होनी चाहिए। विद्रोही ने कहा कि बहुत कम मुद्दे होते है जिन पर सत्ता पक्ष व विपक्ष राजनीति से ऊपर उठकर एकसाथ समर्थन में खड़े होते है। हरियाणा में अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग को लेकर चल रहे प्रोटेस्ट का भी यही हाल है जब सभी दलों के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, सभी जातियों, वर्गो, समुदायों के लोग एक स्वर में कह रहे है कि अहीर रेजीमेंट बनाना समय की मांग की है। राजनेताओं, चुने हुए सांसदों, विधायकों, सामाजिक व जातिय संगठनों का यह रूख अहीर रेजीमेंट बनाने के प्रति बहुत ही सकारात्मक संकेत है। विद्रोही ने कहा कि वोट लेने व जनता की नजरों में अच्छा बनकर तालियां पीटवाने के लिए निर्वाचित सांसद, विधायक व भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकार के मंत्री अहीर रेजीमेंट का समर्थन करने की नौटंकी कर रहे है या दिल से अहीर रेजीमेंट बनाने के पक्षधर है, यह परीक्षा तभी हो सकती है जब भाजपा के सांसद व विधायक, ंमत्री केवल जुबानी समर्थन करके वाहवाही लूटने की बजाय इस दिशा में प्रभावी ठोस कदम उठाये। विद्रोही ने कहा कि सबसे प्रभावी व ठोस पहल यही हो सकती है कि भाजपा सांसद, विधायक व मंत्री मोदी सरकार के सामने स्पष्ट मांग रखे कि क्या तो जनभावना के अनुरूप अहीर रेजीमेंट निर्माण की दिशा में एक निश्चित समय अवधि के बीच ठोस कदम उठाये या हम भाजपा से निर्वाचित सांसद, विधायक फ्लां तारीख से अपने पदों से त्यागपत्र दे देंगे। भाजपा सांसद, विधायक अहीर रेजीमेंट बनाने के प्रति कितने ईमानदार व गंभीर है, यह इसी से पता चलेगा कि अपनी बात न माने जाने पर क्या वे सांसद व विधायक पद छोडकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की हिम्मत दिखा सकते है या नही। ऐसे कदम उठाने पर ही अहीर रेजीमेंट बनाने की दिशा में मोदी सरकार ठोस कदम उठाने को मजूबर होगी। विद्रोही ने कहा कि बिना सांसद, विधायक पद छोड़े केवल जुबानी जमा खर्च से जनता में हीरो बनने से न तो अहीर रेजीमेंट बनने वाली और न ही मोदी सरकार इस मांग को मानने वाली। Post navigation राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भागीदारी अत्यंत आवश्यक – श्री योगेंद्र चौधरी, प्रधान सचिव मच्छरजनित बिमारियों की रोकथाम के लिए 1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक करवाया जाएगा रैपिड फीवर सर्वे