जिला में सात दिवसीय 13वें आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम का हुआ समापन,
झारखंड के पांच जिलों से आए आदिवासी बच्चों ने अपनी संस्कृति से रूबरू करवाने के साथ ही हरियाणवी संस्कृति को भी करीब से जाना
नेहरू युवा केन्द्र संगठन में 22 मार्च से शुरू हुआ था कार्यक्रम

गुरुग्राम, 28 मार्च। हरियाणा सरकार में प्रधान सचिव श्री योगेंद्र चौधरी ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। आज देश की 60 प्रतिशत आबादी युवा है जिसकी औसत उम्र 28 वर्ष है। ऐसे में हमें युवा शक्ति को वरदान ना मानकर, इसको देश की उन्नति की संभावनाओं का विकल्प मानते हुए इसका सही दिशा में प्रयोग करना चाहिए।

वे आज जिला प्रशासन गुरुग्राम, नेहरू युवा केंद्र संगठन गुरुग्राम तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित 13वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।

आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत यह सात दिवसीय कार्यक्रम सिविल लाईन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी ज़िला परिषद भवन में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र संगठन हरियाणा की निदेशक मधु चौधरी, विशिष्ट अतिथि के रूप में अनिरुद्ध यादव, नेहरू युवा केन्द्र गुरुग्राम के उप निदेशक कृष्ण लाल पारचा भी उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि श्री योगेंद्र चौधरी ने भगवान बिरसा मुंडा व महात्मा गांधी की फ़ोटो पर पुष्प अर्पित करने उपरान्त अपने संबोधन में कहा कि जीवन में लक्ष्य का निर्धारण कर अगर सफलता प्राप्त करनी है व सशक्त बनना है तो उसका केवल एक ही सर्वश्रेष्ठ माध्यम है शिक्षा। उन्होंने कार्यक्रम में झारखंड से आए आदिवासी छात्रों से कहा कि आप जिस क्षेत्र से आते हैं वहां शिक्षा ही सफलता का एकमात्र साधन है। देश की विविधता को जानने के लिए सफर जरूरी है और बिना सफर के ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं है।

श्री चौधरी ने अपने संबोधन में उपरोक्त कार्यक्रम की रूपरेखा का जिक्र करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं में आत्मनिर्भरता का बीज रोपण करने के प्रमुख कारक हैं। ऐसे में हम सभी की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि हम पहले अपनी युवा पीढ़ी को बेहतर शिक्षा प्रदान करें व बाद में उनका मार्गदर्शन करते हुए उनके कौशल विकास में उनका सहयोग करें। इस दौरान उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि आपने जो भी इस सात दिवसीय युवा आदान प्रदान कार्यक्रम में सीखा है उसको अपने अपने क्षेत्रों में जाकर अन्य लोगो से भी सांझा करें ताकि हमारे प्रदेश की संस्कृति अन्य क्षेत्रों के लोगों में भी राष्ट्र की ऐकता और अखण्डता के भाव को और अधिक मजबूत कर सके।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित उद्यमी श्री अनिरुद्ध यादव ने युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के तहत अपने निजी संस्मरणों का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में रोजगार के अवसर भले ही सीमित हों लेकिन खुद का व्यवसाय शुरू करने की अपार संभावनाएं है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के द्वारा अन्य देशों के साथ चलाए जा रहे युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें इजरायल जाने का अवसर मिला था। जहां चार महीने के प्रवास के दौरान उन्हें वहां विभिन्न उन्नत तकनीकों व बिजनेस आइडिया के बेहतर क्रियान्वयन के गुर सीखने को मिले।

श्री अनिरुद्ध ने कहा कि वहां से लौटकर उन्होंने चंडीगढ़ में अपना खुद का व्यवसाय स्थापित करने के साथ ही करीब 55 लोगों को अपनी कंपनी में रोजगार भी उपलब्ध कराया। आप इस कार्यक्रम के अनुभवों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सफलता का एक लक्ष्य अवश्य निर्धारित करें ताकि आप अपने प्रदेश व देश की उन्नति में अमूल्य योगदान दे सकें।

कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र संगठन हरियाणा की निदेशक मधु चौधरी ने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र संगठन युवाओं में छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का कार्य करता है। इसलिए आप सभी का इस कार्यक्रम में आना तभी सफल होगा जब आप यहां से जो सीख मिली है उस पर अमल करते हुए अपनी सफलता का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र संगठन के उप निदेशक कृष्ण लाल पारचा ने उपस्थित मुख्यातिथि सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों को उपरोक्त 7 दिवसीय कार्यक्रम की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन गुरुग्राम, नेहरू युवा केंद्र संगठन गुरुग्राम तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित इस 13वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में झारखंड राज्य के गिरडिह, वेस्ट सिंहभूमि, चतरा, रांची व सरायकेला खरसावन जिलों से करीब 200 आदिवासी युवक युवतियां व 20 अनुरक्षण अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गुरुग्राम पहुंचे थे। जिसमें शैक्षणिक सत्रों के सात दिनों में आदिवासी छात्रों को भारत सरकार की प्रमुख योजनाओं व कौशल शिक्षा से संबंधी जानकारी प्रदान की गयी।। वहीं दैनिक कार्यक्रमों के क्रम में विकास के मुद्दे, राष्ट्र निर्माण और सशक्तिकरण पर आदिवासी युवाओं के अनुभव सांझा करने के साथ ही उन्हें आजादी के अमृत महोत्सव व आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के विषय में भी उनका ज्ञानवर्धन किया गया। इसके साथ ही उन्हें समृद्ध भारतीय संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए दिल्ली के दर्शनीय स्थलों जैसे क़ुतुब मीनार, इंडिया गेट व राजघाट का भ्रमण करवाने सहित सीआरपीएफ कैम्प व हीरो मोटोकॉर्प के औद्योगिक प्लांट का भी भ्रमण करवाया गया।

इसके साथ साथ उन्हें हरियाणवी संस्कृति व शिक्षा पद्धति से रूबरू करवाने के लिए मॉडल संस्कृति स्कूल का भी भ्रमण करवाया गया।

कार्यक्रम में मुख्यातिथि श्री योगेंद्र चौधरी ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रयासों की भी सराहना करते हुए उन अधिरक्षण अधिकारियों को भी सम्मानित किया जो आदिवासी क्षेत्रों से ऐसी युवा प्रतिभाओं को ढूंढ कर यहां तक लाएं हैं। इस दौरान उन्होंने ऊपरोक्त सात दिवसीय कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगताओं के विजेताओं को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर गुरुग्राम के स्कूलीं बच्चों ने ‘देशा में देश भारत, भारत में हरियाणा’ व झारखंड के जिला चतरा से आए बच्चों ने झारखंडी संस्कृति की छटा बिखेरते हुए कार्यक्रम में मनमोहक प्रस्तुतियां भी दी।

इस अवसर पर नेहरू युवा केन्द्र संगठन के सेवानिवृत्त जॉइंट डायरेक्टर एमपी शर्मा, रोहतक जिला के युवा अधिकारी आशीष सांगवान, रेवाड़ी व झज्जर जिला के युवा अधिकारी श्रीमती मोनिका व बृजेश कौशिक, राष्ट्रीय युथ अवार्डी अनिल, ममता धवन व दीपक सहित नेहरू युवा केन्द्र संगठन गुरुग्राम से कांता देवी, सायका खातून, अमरजीत, सन्नी सिंह करिश्मा एवं अन्य स्वयंसेवक भी उपस्थित रहे।

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