गुड़गांव, 28 मार्च, (अशोक): बिजली कर्मचारियों ने भी सोमवार को देशव्यापी हड़ताल में बढ़चढ़ कर भाग लिया। बिजली विभाग के कर्मचारियों व अभियंताओं ने निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। हरियाणा पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन के सह सचिव भागीरथ लोढा ने बताया कि पूरे प्रदेश में बैठकें आयोजित की गई जिसमें केंद्र सरकार की निजीकरण नीतियों का विरोध भी किया गया।

उन्होंने कहा कि कर्मचारी बिजली के संशोधन विधेयक 2021 व बिजली वितरण के निजीकरण के लिए मानक बोली दस्तावेज को रद्द करने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। सहायक अभियंता का पे-स्केल देश में सबसे कम हरियाणा में है, जिससे इन अभियंताओं में जबरदस्त रोष है। उनका कहना है कि सभी प्रकार की निजीकरण प्रक्रियाओं को रोका जाना चाहिए।

पवन कुमार ने कहा कि सरकार कर्मचारी व जनता विरोधी कानून बनाती आ रही है। यदि बिजली संशोधन बिल वापस नहीं लिया गया तो श्रमिकों के साथ-साथ लाखों परिवारों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।

error: Content is protected !!