गुड़गांव, 28 मार्च, (अशोक): श्रमिकों व कर्मचारियों की लंबित पड़ी मांगों व श्रम कानूनों में सरकार द्वारा किए जा रहे संशोधनों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर श्रमिकों, कर्मचारियों, किसानों छात्रों आदि ने दो दिवसीय देशव्यापी हडताल में बढ़चढ़ कर भाग लिया। श्रमिक व कर्मचारी प्रात से ही शहर के बीचोंबीच स्थित कमला नेहरू पार्क में एकत्रित होने शुरू हो गए थे। श्रमिक संगठन एटक के जिला महासचिव कामरेड अनिल पंवार ने बताया कि कर्मचारियों व श्रमिकों को श्रमिक नेताओं सतपाल व अमित यादव, जसपाल राणा, सरस्वती, रामकुमार उमेश खटाना, संतोख सिंह, विनोद कुमार आदि ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की मजदूर, कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरुद्ध यह हड़ताल की गई है। सरकार चार लेबर कोड श्रमिकों पर थोपने का प्रयास कर रही है। वक्ताओं ने कहा कि निजीकरण पर रोक लगाई जाए। नेशनल मॉनिटाइजेशन पाइपलाइन परियोजना के नाम पर राष्ट्रीय संपत्ति का मेगा सेल रद्द किया जाए। आंगनवाड़ी, आशा वर्कर को वैधानिक न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दी जाए। महंगाई पर रोक लगाई जाए। उन्होंने बताया कि एकत्रित होकर श्रमिकों व कर्मचारियों ने शहर में जबरदस्त प्रदर्शन किया। उधर जिला प्रशासन ने भी किसी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था। श्रमिक व कर्मचारी नेताओं ने हड़ताल को सफल बताया है। उनका कहना है कि बढ़ती महंगाई को सरकार नियंत्रित करने में पूरी तरह से असफल रही है। इस प्रदर्शन में श्रमिक नेता कुलदीप सिंह, मनोज कुमार, बलबीर काम्बोज, राम निवास ठाकरान, राम सिंह, एसएन दहिया, सुरेश नोहरा, उषा सरोहा, वजीर सिंह, बलवान सिंह, सुरेंद्र जांगड़ा, चंदन सिंह आदि भी शामिल रहे। Post navigation धरना-प्रदर्शन को लेकर रोडवेज कर्मी और पुलिस आमने-सामने बिजली निगम के अभियंताओं व कर्मचारियों ने किया निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन